लंबी दूरी की ट्रेनों में डॉक्टर की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग
ब्युरोरिपोर्ट-अजय उपाध्याय
मुंबई: भीषण गर्मी में उत्तर प्रदेश, बिहार, आसाम और गोहाटी की ओर जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों को भेड़ बकरियों की तरह यात्रा करनी पड़ रही है। इस कारण इन भीड़भाड़ वाली ट्रेनों को अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचने में 36 से 48 घंटे लग रहे हैं। ऐसे में गर्मी के कारण ट्रेनों में यात्रा करने वाले छोटे छोटे बच्चे और वरिष्ठ नागरिकों की तबियत खराब हुआ करती है। जिसके कारण भारतीय जनता पार्टी घाटकोपर ( पूर्व) विधानसभा के मंत्री सुशील गुप्ता ने रेल मंत्री और मध्य रेल के महाप्रबंधक से लंबी दूरी की ट्रेनों में डॉक्टरों को तैनात किए जाने की मांग की है
प्राप्त जानकारी के अनुसार देश की सबसे लंबी दूरी तय करने वाली विवेक एक्सप्रेस एल टी टी गोहाटी एक्सप्रेस, कामाख्या एक्सप्रेस, दिल्ली डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस, भागलपुर एक्सप्रेस, कोलकाता मेल , गोरखपुर सुपर फास्ट ट्रेन, कुशीनगर एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों को अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचने में 28 से 36घंटे तक लग रहे हैं। यही नहीं गर्मी के मौसम में अधिकांश ट्रेनें लेट लतीफ भी हो रही हैं। जिसके कारण भीषण गर्मी में ट्रेन में यात्रा करने वाले छोटे छोटे बच्चों वरिष्ठ नागरिकों, हृदय रोगियों, शुगर से पीड़ित मरीजों की तबियत खराब होने का खतरा बना रहता है। ऐसे में यात्रियों को यात्रा करने के दौरान किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिए लंबी दूरी की ट्रेनों में डॉक्टरों की नियुक्ति किए जाने की मांग भारतीय जनता पार्टी घाटकोपर ( पूर्व)विधानसभा के मंत्री सुशील गुप्ता ने रेल मंत्री और मध्य रेल के महाप्रबंधक से की है। रेल मंत्री को लिखे पत्र में सुशील गुप्ता ने बताया कि उत्तर भारत, बिहार और पूर्वोत्तर भारत के यात्री बड़ी संख्या में गर्मी के मौसम में गांव जा रहे हैं। रेल विभाग यात्रियों से रेल किराया के अलावा जीएसटी भी वसूल करती है। लेकिन ट्रेनों में यात्रियों को किसी भी तरह की यात्री सुविधाएं मुहैया नहीं कराया जा रहा है। इस कारण लंबी दूरी के यात्रियों को ट्रेनों में तबियत खराब होने पर यात्रा के दौरान किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिए हर ट्रेन में डॉक्टरों की नियुक्ति रेल विभाग की ओर से की जानी चाहिए।