शिवराज सिंह चौहान तेलंगाना का दौरा करेंगे, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण करेंगे

Shivraj Singh Chouhan to visit Telangana, flood affected areas to survey

 

हैदराबाद:। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को तेलंगाना के खम्मम जिले में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे।सुबह 9 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक हवाई सर्वेक्षण के दौरान केंद्रीय मंत्री चौहान के साथ केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री बंदी संजय भी रहेंगे। इसके बाद वह अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे।राज्य सरकार के अधिकारी भारी बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान के बारे में केन्द्रीय मंत्री चौहान को बताएंगे। केंद्रीय कृषि मंत्री खम्मम, मधिरा और पलेरू विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे। वह कृषि क्षेत्रों का दौरा कर फसलों के नुकसान के बारे में जानकारी लेंगे।केंद्रीय मंत्री चौहान कसुमांची मंडल के एक गांव में किसानों से बातचीत कर उनकी समस्याएं भी जानेंगे। केंद्रीय मंत्री चौहान के साथ केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अधिकारियों का एक दल भी है। यह दल फसलों के नुकसान के संबंध में राज्य सरकार के अधिकारियों से भी बातचीत करेगा।बता दें कि केंद्रीय मंत्री चौहान ने गुरुवार को पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया था। इस दौरान उनके साथ आंध्र प्रदेश के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री नारा लोकेश भी थे।सर्वेक्षण के बाद मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के साथ मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लगभग 1.8 लाख हेक्टेयर फसल नष्ट हो गई है और लगभग दो लाख किसान प्रभावित हुए हैं। उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि राज्य और केंद्र सरकारें उनकी मदद के लिए मिलकर काम करेंगी।मीडिया से बातचीत के दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शहर में मात्र दो दिनों में 40 सेमी की अप्रत्याशित बरसात हुई, जिससे बाढ़ आ गई। उन्होंने कहा कि बुडामेरू नदी में दरारों के कारण संकट और बढ़ गया है। चौहान ने इसके लिए नदी के किनारे अवैध खनन को जिम्मेदार ठहराया।केंद्रीय कृषि मंत्री ने प्रकाशम बैराज का भी दौरा किया। बैराज के पास कुछ नौकाओं के एक स्लुइस गेट से टकराने से कंक्रीट बीम क्षतिग्रस्त हो गई थी। उन्होंने मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से सहमति जताते हुए कहा कि बैराज को मजबूत करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। मुख्यमंत्री नायडू ने बताया कि बैराज को 100 वर्ष पहले अधिकतम 12 लाख क्यूसेक जल प्रवाह को संभालने के लिए डिजाइन किया गया था।बता दें कि केन्द्रीय मंत्री चौहान ने भविष्य में और अधिक भीषण बाढ़ से निपटने के लिए दीर्घकालिक योजना की आवश्यकता पर बल दिया। तेलुगू भाषी राज्यों की यात्रा पर रवाना होने से पहले केंद्रीय मंत्री चौहान ने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया था।केंद्रीय मंत्री ने कहा था, “केंद्र सरकार स्थिति पर नजर रखे हुए है। संकट की इस घड़ी में केंद्र सरकार आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के साथ पूरी तरह खड़ी है और संकट से उबरने में उन्हें हर संभव मदद मुहैया कराएगी।”

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