जमीन पर कब्जे की कोशिश,पुलिस ने बलपूर्वक पारधियों को गांव से भगाया
जबलपुर से करीब 30 किलोमीटर दूर गोसलपुर से लगे आधा दर्जन गांव में बाहर से आए पारधियों ने डेरा डाल रखा है। ये लोग ना सिर्फ गांव में अपना आंतक फैला रहे थे, बल्कि अवैध कामों में भी लिप्त थे। गांव के आसपास लगातार बड़ी गतिविधियों से परेशान होकर ग्रामीणों ने पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों को जानकारी दी। जिसके बाद दो दिन तक चली लगातार कार्रवाई के दौरान 60 से अधिक पारधियों के परिवारों को गांव से हटा दिया। बताया जा रहा है कि जैसे ही पुलिस का अमला इन लोगों को शांतिपूर्ण ढंग से हटाने पहुंचा तो इन लोगों ने अभद्रता करना शुरू कर दिया, जिसके बाद चार थानों की पुलिस ने बलपूर्वक पारधियों को गांव से भगाया।
गांव में बढ़ने लगी थी चोरी-अवैध कामगोसलपुर, सिहोरा से लगे केवलारी,रानीताल ,गांधीग्राम, बरनू सहित करीब आधा दर्जन गांव में तेजी से चोरी हो रही थी। इतना ही नहीं गांव वाले के साथ मारपीट कर, उनका सामान तक छीनने की घटनाएं हो रही थी, लिहाजा ग्रामीणों ने एएसपी सूर्यकांत शर्मा को जानकारी दी, जिसके बाद एसडीओपी पारुल शर्मा के नेतृत्व में सिहोरा, खितौला, गोसलपुर मझौली और पुलिस लाइन से बड़ी संख्या में पुलिस टीम पहुंची और पारधियों के ठिकाने को नष्ट कर दिया। कार्रवाई के दौरान गिरोह की महिलाओं ने विरोध भी जताया, बावजूद इसके पुलिस की कार्रवाई जारी रही। शनिवार को पुलिस इनके डेरो में जाकर समझाइश दी थी, पर जब वो लोग खुद से नहीं हटे तो फिर रविवार और सोमवार को कार्रवाई करते हुए इन्हें गांव से हटाया गया।
परेशान हो गए थे ग्रामीणग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि करीब 15 दिन पहले एक दो परिवार रानीताल गांव के पास देखे गए थे, जहां इन्होंने तिरपाल की मदद से झोपड़ी बनाई, इसके बाद धीरे-धीरे इनकी संख्या बढ़ती गई। कुछ ही दिनों में 60 से अधिक परिवार गांव की जमीन में आकर बस गए। यहां आने के पास इन लोगों ने गांव में चोरी, अवैध शराब बनाना, ग्रामीणों के साथ मारपीट,गाली-गलौज करना शुरू कर दिया। हालात ऐसे बन गए रोजाना ही विवाद और मारपीट शुरू हो गई थी। बच्चे गांव से बाहर निकलने में डरने लगे थे। मजबूर होकर ग्रामीणों ने पुलिस से शिकायत की।
पुरुष भाग गए-महिलाएं मिलीशनिवार को जब गोसलपुर थाने की पुलिस टीम पारधियों के डेरे पहुंची, तो उससे पहले ही पुरुष भाग गए। एडिशनल एसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया झोपड़े में महिलाएं और बच्चे थे। एसडीओपी ने सभी को समझाइश दी और कहा कि गांव की जमीन पर कब्जा करके घर बनाना गलत है। पुलिस की पूछताछ में महिलाओं ने कहा कि अभी उनके पति नहीं है, और जब तक वो नहीं आएंगे, तब तक यहां से नहीं जाएंगे। समझाने के बाद भी जब पारधी गिरोह की महिलाओं ने अपने डेरे नहीं समेटे तो रविवार और सोमवार की पुलिस ने सख्ती से कार्रवाई की और 60 से अधिक परिवार वालों को गांव से हटाया।
जमीन पर कब्जा करने की थी कोशिश एएसपी सूर्यकांत शर्मा का कहना था कि ये लोग बहुत ही शातिर होते है। एक-एक, दो-दो करके इनके परिवार वाले किसी एक गांव में पहुंचते है, और फिर वहां की जमीन पर कब्जा करना शुरू कर देते है। बीते 15 दिनों के भीतर पारधी गिरोह की महिला-पुरुषों ने केवलारी, धमधा, बरनू, गांधीग्राम, रानीताल सहित आसपास के कई गांव के बाहर की जमीन पर कब्जा कर लिया था। कार्रवाई के दौरान पुलिस को पारधियों के पास से बड़ी मात्रा में अवैध शराब भी मिली।
जबलपुर से वाजिद खान की रिपोर्ट