जबलपुर समेत आसपास के जिलों में भाईचारे की मिसाल बनी गरीब नवाज कमेटी, लावारिस शव की वारिस बन जाती है गरीब नवाज कमेटी, लावारिस शव के अंतिम संस्कार के लिए सारे काम छोड़कर दौड़ पड़ते हैं
Garib Nawaz Committee becomes an example of brotherhood in nearby districts including Jabalpur.
जबलपुर जिले और उसके आसपास के क्षेत्र में गरीब नवाज कमेटी सिर्फ एक नाम नहीं बल्कि समाज सेवा की जीती जागती मिसाल बन चुका है आपको बता दे गरीब नवाज कमेटी बीते कई वर्षों से ऐसे व्यक्तियों की मदद कर रहा है जिनका कोई अपना खत्म हो गया हो और उनके पास अंतिम संस्कार के लिए पैसे ना हो इतना ही नहीं सड़क पर लावारिस अवस्था में मृत हो जाने वाले व्यक्तियों के शवों का भी गरीब नवाज कमेटी उनके धार्मिक रीति रिवाज के हिसाब से अंतिम संस्कार करती है किसी कड़ी में जीसीएफ निवासी संतोष ठाकुर की पत्नी का अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज के माध्यम से गरीब नवाज कमेटी द्वारा जाकर आया गया प्राप्त जानकारी के अनुसार संतोष ठाकुर मजदूरी का काम करते हैं और उनकी पत्नी बीते कई दिनों से बीमार थी जो बीती रात हृदय गति रुक जाने से उसकी मौत हो गई सूचना पर तत्काल ही गरीब नवाज कमेटी के सैयद इनायत अली अपने सदस्यों के साथ मौके पर पहुंचे और पूरे रीति रिवाज से मृतक महिला का अंतिम संस्कार कराया।
जबलपुर से वाजिद खान की रिपोर्ट