लक्ष्मी विश्वकर्मा के हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो होगा बड़ा आंदोलन
अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा व समाजवादी पार्टी ने लक्ष्मी विश्वकर्मा के हत्यारों की गिरफ्तारी व मुआवजा आदि की मांग को लेकर किया जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन
रिपोर्ट अशरफ संजरी
भदोही। अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के समर्थन में समाजवादी पार्टी भी उतर गई। लक्ष्मी विश्वकर्मा के मामले में बुधवार को संयुक्त रूप से जिला मुख्यालय पर तीन सूत्रीय मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया। मामले का खुलासा करने के साथ ही मृतका के परिजन को नौकरी व आर्थिक सहायता देने की मांग की गई।
इस दौरान महासभा के जिला महासचिव सूबेदार विश्वकर्मा ने कहा कि भदोही कोतवाली क्षेत्र के रणई याकूबपुर गांव में 24 नवंबर की रात आई बारात को देखने के लिए निकाली गांव की 12 वर्षीय नाबालिग लक्ष्मी विश्वकर्मा लापता हो जाती है। 25 नवंबर को परिजनों द्वारा पुत्री के गुमशुदगी के लिए कोतवाली में प्रार्थना पत्र दिया गया। पुलिस 26 नवंबर को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करती है और 29 नवंबर को विश्वकर्मा समाज की बेटी लक्ष्मी का क्षत-विक्षत शव गांव के बाहर झाड़ में मिलता है। उन्होंने कहा कि घटना के डेढ़ माह बीत जाने के बावजूद भी पुलिस अभी तक हत्यारे को ढूंढ नहीं पाई। पुलिस इस घटना का जल्द से जल्द खुलासा करते हुए हत्यारे को गिरफतार करें। गरीब परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने के साथ ही आर्थिक मुआवजा दिया जाए। वहीं समाजवादी पार्टी के जिला महासचिव हृदय नारायण प्रजापति ने कहा कि पुलिस शीघ्र ही हत्यारोपियों को गिरफतार नहीं करती है तो पार्टी बड़ा आंदोलन करने पर बाध्य होगी। वहीं समाजवादी पार्टी के जिला मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मिश्र पप्पू ने कहा कि भाजपा सरकार में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। इस सरकार में अपराध बढ़ता ही जा रहा है और सरकार में बैठे लोग सुशासन की बात कर रहे हैं। जबकि अपराध करने वाले पकड़े नहीं जा रहे हैं।
इस मौके पर आशीष विश्वकर्मा, कल्लन यादव, विष्णु विश्वकर्मा, रीता वर्मा, राजेश विश्वकर्मा, केश नारायण यादव, हरिशंकर विश्वकर्मा, संतोष यादव, सुशील विश्वकर्मा, महेंद्र गौड़, राजकुमार विश्वकर्मा, दीपशिखा व जैन पासी आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहें।