रमज़ान की बरकतों से रोशन होता है दिल और समाज: मौलाना जावेद हुसैनी और मौलाना मुजाहीर हुसैन
रिपोर्ट: अशोकश्रीवास्तव ब्यूरोप्रमुख घोसी मऊ।
घोसी। रमज़ान का पवित्रमहीना शुरू होते ही इबादत और नेकी का माहौल हर तरफ देखने को मिल रहा है। इस मौके पर घोसी के बड़ागांव निमतले के प्रसिद्ध उलेमा मौलाना जावेद हुसैनी और मौलाना मुजाहीर हुसैन ने रमज़ान की फज़ीलत और उसके महत्व पर रोशनी डाली। मौलाना जावेद हुसैनी ने कहा कि रमज़ान सिर्फ भूख और प्यास सहने का नाम नहीं, बल्कि यह आत्मसंयम, धैर्य और समाज के जरूरतमंदों की मदद करने की सीख देता है। उन्होंने बताया कि यह महीना अल्लाह की रहमत और बरकत से भरा होता है जिसमें हर नेक अमल का कई गुना सवाब मिलता है।
मौलाना मुजाहीर हुसैन ने कहा कि रमज़ान इंसान को अपने अंदर झांकने और खुद को सुधारने का अवसर देता है। रोज़ा सिर्फ शरीर को नहीं बल्कि आत्मा को भी पाक करने का जरिया है। उन्होंने मुसलमानों से अपील की कि इस पवित्र महीने में ज्यादा से ज्यादा इबादत करें गरीबों की मदद करें और अपने आसपास भाईचारे का माहौल बनाएँ। उलेमा ने अंत में सभी को रमज़ान की मुबारकबाद देते हुए दुआ की कि यह महीना पूरी दुनिया के लिए अमन और शांति का पैगाम लेकर आए।