देवरिया:बच्चों को बचपन से दें धर्म का ज्ञान
रिपोर्टर विनय मिश्र बरहज
देवरिया : क्षेत्र के ग्राम पचौहा में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन शुक्रवार को कथा व्यास अनिल कृष्ण ने भगवान कृष्ण की पावन लीलाओ का वर्णन किया। भक्त प्रह्लाद प्रसंग का बखान किया। भक्त प्रह्लाद ने माता कयाधु के गर्भ में ही नारायण नाम का मंत्र सुना था। जिसके सुनने मात्र से भक्त प्रह्लाद के कई कष्ट दूर हो गए थे।उन्होंने कहा कि बच्चों को धर्म का ज्ञान बचपन में दिया जाता है, वह जीवन भर उसका ही स्मरण करता है। ऐसे में बच्चों को धर्म व आध्यात्म का ज्ञान दिया जाना चाहिए। माता-पिता की सेवा व प्रेम के साथ समाज में रहने की प्रेरणा ही धर्म का मूल है। अच्छे संस्कारों के कारण ही ध्रुव जी को पांच वर्ष की आयु में भगवान का दर्शन प्राप्त हुआ। इसके साथ ही उन्हें 36 हजार वर्ष तक राज्य भोगने का वरदान प्राप्त हुआ था। ऐसी कई मिसालें हैं, जिससे सीख लेने की जरूरत है। इस अवसर पर मुख्य यजमान रामनगिना दुबे, संजय दुबे भारतभूषण मणि, विनीत मिश्रा मौजूद रहे ।