गढ्ढायुक्त होकर जानलेवा साबित हो रहा चांदपुर-अमहरा मार्ग
20 वर्ष पूर्व बनाई गई यह सड़क पीडब्लुडी व जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से हो चुकी है खंडहर
रिपोर्टर संजय सिंह
रसड़ा (बलिया) क्षेत्र के रसड़ा-कासामिबाद मार्ग के तिराहीपुर पुलिया के समीप से जाने वाला चांदपुर-अमहरा मार्ग वर्तमान में जर्जर व गढ्ढायुक्त होकर राहगीरों के लिए जानलेवा साबित होने लगा है। लगभग 20 वर्ष पूर्व बनी यह सड़क मरम्मत व नव निर्माण के अभाव में अब पूरी तरह से खंडहर में तब्दील होकर अपना अस्तित्व खोती जा रही है। इस मार्ग पर असंख्य जानलेवा गढ्ढा हो जाने से इस मार्ग पर आये दिन बाइक सवार चोटिल भी हो रहे हैं किंतु पीडब्लु विभाग के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों की उदासीनता की मार इलाकाई लोग झेलने को विवश दिखाई पड़ रहे हैं।
चांदपुर-अमहरा मार्ग के जर्जर हो जाने से कुरेम, खजुहां, बसंतपुर, डुमरिया सहित आधा दर्जन गांवों के 15 हजार की आबादी इससे प्रभावित हो रही है किंतु इस महत्वपूर्ण सड़क के नव निर्माण में विभागीय उदासीनता कायम है। खजुहा गांव के लोगो ने बताया कि यह सड़क लगभग 20 वर्ष पूर्व पीच हुई थी किंतु उसके बाद बाढ़ सहित अन्य कारणों से यह खराब गढ्ढायुक्त होकर अब जानलेवा साबित हो रही है। क्षेत्रीय लोगों द्वारा कई बार विभागीय अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट कराया गया किंतु स्थिति में सुधार नहीं होने से ईस इलाका के गांवों के लोग में काफी रोष है।
खराब गढ्ढा होकर जालेवाला बनी चुकी रसड़ा क्षेत्र की चांदपुर-अमहरा मार्ग।