वंदे भारत में महिलाओं को मिला रोजगार, महिला रेल कर्मचारियों ने जताई खुशी
Women got employment in Vande Bharat, female railway employees expressed happiness
जमशेदपुर:झारखंड के जमशेदपुर से पटना के लिए रविवार को वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत की गई। इस ट्रेन में महिलाओं के रोजगार पर काफी जोर दिया गया है। कई महिलाओं को इस ट्रेन में रोजगार मिला है। वंदे भारत ट्रेन में कैटरिंग सर्विस में काम करने वाली महिला श्रान्या विश्वास ने आईएएनएस से बात की और ट्रेन चलने पर खुशी जताई और इसके लाभ गिनाए।
श्रान्या विश्वास ने कहा कि इस ट्रेन के चलने से सभी को लाभ है। पहले हमें बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। सबसे बड़ी दिक्कत शौचालय की थी। हम इस ट्रेन में सुरक्षित नौकरी कर रहे हैं, माहौल भी बहुत अच्छा है और शौचालय की समस्या भी अब खत्म हो गई है। ट्रेन में महिलाओं के काम करने के लिए बहुत अच्छा माहौल है। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि भविष्य में ऐसी और भी ट्रेन चलनी चाहिए, जिसमें महिलाओं को काम करने का मौका मिले।”
श्रान्या विश्वास ने कहा कि कैटरिंग रेलवे का एक ऐसा हिस्सा था, जो पूरी तरह से पुरुष प्रधान था। लेकिन अब महिलाएं इसमें शामिल होने लगी हैं। महिलाओं को आगे आना भी चाहिए, क्योंकि वे पुरुषों से कम नहीं हैं। आम तौर पर कार्यस्थल पर महिलाओं के समक्ष गंभीर समस्याएं होती हैं, लेकिन इस ट्रेन में ऐसी कोई समस्या नहीं है।
उन्होंने कहा, “महिला सशक्तिकरण इस दिशा में यह एक बड़ा कदम है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं। उन्होंने ऐसी ट्रेन शुरू की, जिसमें महिलाओं की भी भूमिका है। यह अच्छी ट्रेन है, अलग से कुर्सियां हैं, घूमने वाली सीट भी है। इस ट्रेन में शौचालय साफ-सुथरा है। ऑटोमेटिक दरवाजे हैं, खानपान अच्छा है, हर तरह की सुविधाएं हैं।”
कैटरिंग सेवा प्रदाता लोपा गुप्ता ने कहा कि यह एक अलग अनुभव है। हम सौभाग्यशाली हैं कि हमें इसमें काम करने का अवसर मिला है। हम इस ट्रेन में यात्रियों को अच्छी सुविधाएं दे पा रहे हैं। पहले यहां पुरुष कैटरिंग सुपरवाइजर और पुरुष कैटरिंग स्टाफ हुआ करते थे, लेकिन अब यह जिम्मेदारी हम महिलाओं पर है। इसलिए यह हमारे लिए एक अनूठा अनुभव है। हमें बहुत अच्छा लग रहा है।
उन्होंने कहा कि इस सेवा में बड़ी संख्या में महिलाओं को आना चाहिए। मैं चाहती हूं कि पूरी सेवा को महिला केंद्रित बनाया जाए। यह एक अलग तरह का अनुभव है। यहां का माहौल अच्छा है। ट्रेन में शौचालय की व्यवस्था अच्छी और साफ-सुथरी है। कार्यस्थल और काम का माहौल अच्छा है। महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बहुत अच्छा कदम है।