राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत नमों ड्रोन दीदी योजना की बैठक
भदोही की ड्रोन दीदी खेत में दवा छिड़ककर बनेगी लखपति, सरकारी योजनाएं करेगी कमाल
रिपोर्ट अशरफ संजरी
भदोही। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत डीएम विशाल सिंह व सीडीओ डॉ.शिवाकांत द्विवेदी की अध्यक्षता में शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में नमों ड्रोन दीदी योजना को लेकर बैठक की गई। जिसमें संबंधित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
इस दौरान बताया गया कि भारत सरकार की यह
योजना है। जिसमें नमो ड्रोन के लिए क्लस्टर का चयन एवं क्लस्टर के द्वारा 5 नमो ड्रोन दीदी एवं नमो सहायक दीदी का चयन किया जाना है। नमो ड्रोन समूह की महिलाओं को 80 प्रतिशत अनुदान पर प्राप्त होगा। नमो ड्रोन प्राप्त होने के बाद महिलाएं फसलों पर दवाईयों का छिड़काव आदि का कार्य करेगी। जिसमें महिलाओं को आमदनी प्राप्त होगी एवं उनको एक रोजगार उपलब्ध होगा। डीएम ने बताया कि भारत उर्वरकों का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। लेकिन प्राकृतिक संसाधनों जैसे गैस, फॉस्फेटिक एवं पोटाश खनिजों इत्यादि की अपर्याप्त उपलब्धता के कारण यह उर्वरकों का दूसरा सबसे बड़ा आयातक भी है। उर्वरकों के आयात पर इस निर्भरता को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने बंद पड़ी कई उर्वरक इकाइयों के पुनरुद्धार के साथ आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत नई इकाइयों की स्थापना को भी प्रोत्साहित किया है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त केंद्र सरकार ने वैकल्पिक उर्वरकों के विकास के लिए स्वदेशी अनुसंधान को भी प्रोत्साहन प्रदान किया है। डीएम ने कहा कि सीएलएफ के अन्तर्गत सक्रिय एवं इच्छुक स्वयं सहायता समूह के सदस्य को नमो ड्रोन दीदी पायलट के रूप में चयन किया जाएगा। चयन के लिए महिला की आयु 18 से 50 वर्ष के मध्य होनी चाहिए। चयन के लिए महिला कम से कम 10वीं पास हो। चयन के बाद महिला ड्रोन संचालन के लिए पायलट कोर्स (डीजीसीए) के अधिकृत में 15 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण को तैयार किया जाएगा। सीएलएफ के अन्तर्गत सक्रिय स्वयं सहायता समूह के किसी सदस्य व परिवार के सदस्य (बेटा,पति व बेटी) को नमो ड्रोन पायलट सहायक के रूप चयन किया जाएगा।
इस मौके पर डीडी कृषि डॉ.अश्वनी सिंह, उपायुक्त मनरेगा, डिप्टी एनआरएलएम, स्वतः रोजगार राजा राम, जिला अग्रणी प्रबंधक अभिषेक कुमार आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहें।