जनपद में एक ऐसा गांव जहां चंदा इकट्ठा करके होता है गांव का विकास

 

रिपोर्ट सुरेश पांडे

गाजीपुर। जनपद में एक ऐसा गांव जहां सरकार द्वारा चलाई जा रही विकास की रफ्तार गांव में पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दे रही है। मनिहारी विकासखंड के चकमहताब ग्राम सभा में लगभग दो सौ से ढाई सौ वोटरों का गांव सलेमपुर है। जहां ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव में सरकार द्वारा कोई योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। हाल ही में गांव के बीचो-बीच बज बजाती हुई नालियों की शिकायत कई बार ग्राम प्रधान से की गई लेकिन उन्होंने ग्रामीणों की एक नहीं सुनी एक कहावत आप लोगों ने सुना होगा की मरता क्या नहीं करता। इसके बाद थक हार कर गांव निवासी, रामदुलारे दुबे, बिन्दु मिश्रा, लिंकन पाण्डेय, अवधेश दुबे, प्रमोद दुबे, सत्यम दुबे (भावी प्रत्याशी बीडीसी) अंकित दुबे (पत्रकार), रामवृक्ष दुबे, रामप्यारे दुबे, विनोद दुबे, डॉक्टर गृजेश मिश्रा, गुड्डू पाण्डेय, हरिहर दुबे समेत कई ग्रामीणों द्वारा गांव से चंदा इकट्ठा कर कर प्रधान द्वारा दी गई पाईप को एक किलो मीटर दूर से ले आकर नाली में लगवाने का काम किया गया। इतना ही नहीं मनरेगा मजदूर को भी नहीं भेजा गया पाईप लगाने के लिए। ग्रामीणों में प्रधान को लेकर काफी आक्रोश बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि मुझे ऐसे ग्राम प्रधानों की कोई जरूरत नहीं है। जो जनता के किसी भी काम को अस्वीकार करें। हमें ऐसे प्रधानों की जरूरत है जो सरकार से ग्राम सभा में विकास छीन कर ले आए और ग्राम सभा का भरपूर विकास करें।

 

 

यह वही ग्राम सभा है जो जनपद में चर्चा का केंद्र बना हुआ है

 

 

कभी आवास को लेकर तो कभी ग्राम सभा में बना सचिवालय को लेकर तो कभी सफाई कर्मियों को लेकर तो कभी मनरेगा मजदूरों को लेकर विवादों में रहता है। सूत्रों की माने तो यह ग्राम सभा भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबने से विवादों में ही घिरा रहता है। यहां के वर्तमान ग्राम प्रधान अखिलेश कुमार शांत हैं। लोगों का कहना है कि 3 साल का कार्यकाल बीत गया लेकिन इस गांव में कोई कार्य सही ढंग से नहीं किया गया।

Related Articles

Back to top button