गंभीर बीमारी से पीड़ित बच्चे को मदद की जरुरत, संजय सिंह ने की खास अपील

Child suffering from serious illness needs help, Sanjay Singh made special appeal

नई दिल्ली, 14 जून : दिल्ली का एक बच्चा गंभीर बीमारी से ग्रस्त है। इस बच्चे के इलाज में 17 करोड़ रुपए से अधिक का खर्च आना है। मध्यमवर्गीय परिवार से जुड़े पीड़ित बच्चे के माता-पिता इतना खर्च वहन करने में सक्षम नहीं हैं। यही कारण है कि उन्होंने क्राउड फंडिंग का जरिया अपनाया है।

 

 

 

 

 

पीड़ित बच्चे के माता-पिता को आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह का साथ मिला है। उन्होंने बच्चे का जीवन बचाने के लिए 1 लाख रुपए की धनराशि का सहयोग किया है। साथ ही अन्य लोगों से भी इसमें सहयोग करने की विनती की है।

 

 

 

 

 

उन्होंने कहा कि लोग 100 या लाख रुपए जितना चाहें, उतना सहयोग दे सकते हैं। वेहंत जैन नामक इस बच्चे को एसएमए टाइप-2 की बीमारी है। अगर इस बच्चे को 2 साल की उम्र तक, उपचार के लिए एक खास इंजेक्शन नहीं लगा तो बच्चे का जीवन संकट में आ सकता है। पीड़ित बच्चे व उसके माता-पिता के साथ मौजूद रहे सांसद संजय सिंह ने बताया कि इस बीमारी में 17 करोड़ रुपए का इंजेक्शन लगता है।

 

 

 

 

 

उन्होंने कहा कि हम सब की मानवीय जिम्मेदारी बनती है कि बच्चे की मदद की जाए। संजय सिंह ने अपील करते हुए सभी लोगों से कहा कि वेहंत का जीवन बचाने के लिए आप बैंक खाते में सहायता राशि भेज सकते हैं।

 

 

 

 

 

 

बैंक अकाउंट की जानकारी देते हुए बताया गया है, बैंक का नाम- आरबीएल बैंक, अकाउंट नंबर 2223330027417243

 

खाताधारक का नाम – वेहंत जैन

 

आईएफएससी कोड – RATN0VAAPIS (एन के उपरांत जीरो) है।

 

उन्होंने कहा कि बच्चे का जीवन बचाने के इच्छुक व्यक्ति इस नंबर पर पैसे भेज सकते हैं। इसके अलावा बच्चे के पिता मोहित जैन के मोबाइल नंबर 9871205883 पर भी पैसे ट्रांसफर किए जा सकते हैं।

 

 

 

 

 

 

संजय सिंह ने अपील करते हुए कहा, “मैं देश और दिल्ली के लोगों से अपील करता हूं कि इस बच्चे के जीवन को बचाने के लिए आप आगे आइए। आप लोग जितना हो सकता है, उतनी मदद कीजिए। मैं सभी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं, सामाजिक समूहों और धार्मिक समूह के लोगों से अपील करता हूं कि आगे आइए और इस बच्चे के जीवन को बचाने में मदद कीजिए। मैं दुनियाभर की सरकारों से अपील करूंगा कि जहां भी इस बीमारी से ग्रसित बच्चे हों तो उन्हें सस्ता इंजेक्शन मिलना चाहिए।”

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