युवाओं को अपने पक्ष में लाने के लिए छात्र संघ चुनाव करा सकती है प्रदेश सरकार । 

 

जिला संवाददाता विनय मिश्र।

 

:;हालिया संपन्न लोक सभा चुनाव में युवाओ की नाराज़गी प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के लिए कितना महँगा सौदा साबित हुआ है इसका अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रदेश मैं उसकी लोकसभा सीटों की संख्या घटकर आधी रह गई है ।बीते कुछ वर्षों मेंप्रदेश में जिस तरह पेपर लीक के चलते युवाओं का सपना टूटा है और इनमें सरकार और सत्तारूढ़ पार्टी को लेकर आक्रोश बढ़ा है इससे भाजपा प्रदेश नेतृत्व तो चिंतित है ही ,प्रदेश के मुखिया भी सरकार के प्रति युवाओं मैं बढ़ते आक्रोश को लेकर गंभीर हो गए हैं ।ऐसे में यदि युवा वर्ग को अपनी तरफ़ आकर्षित करने के लिए प्रदेश के महाविद्यालय और विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव कराने की शतरंजी चाल प्रदेश सरकार इस वर्ष चल दें तो कोई आश्चर्य की बात नहीं है यदि महाविद्यालय और विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले और चुनाव लड़ने के इच्छुक छात्र नेताओं और विद्यार्थियों में भाजपा के युवा विंग के नाम से जाने जाने वाले विद्यार्थी परिषद में इस मुद्दे पर गंभीरता से प्रयास किया तो इस बार प्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्र संघ चुनाव की गहमागहमी देखने को मिल सकती है ।विते वर्षों में जिस तरह प्रदेश के विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक हो गये ,माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा प्राथमिक शिक्षक बनने में बीएड की उपयोगिता समाप्त कर दिया गया है , विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं को लंबे समय तक लंबित रखने के कारण युवा वर्ग में न केवल निराशा व्याप्त हुआ है बल्कि प्रदेश सरकार के विरुद्ध माहौल भी तैयार हुआ है ।इसका खामियाजा लोक सभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को भुगतना भी पड़ा है ।ऐसे में युव वर्ग को पुनः अपने पाले में कैसे लाया जाए ?इस पर विचार करते हुए पार्टी के रणनीतिकार प्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्र संघ चुनाव कराने का दाँव खेल सकते हैं ।यदि प्रदेश सरकार उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्र संघ चुनाव कराने की घोषणा कर दें तो युवाओं का एक बड़ा वर्ग जी पिछले कई बरसों से इसका इंतज़ार कर रहा है वह और उसके समर्थक प्रदेश सरकार के साथ आ सकते है ।प्रदेश के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में नया शैक्षणिक सत्र प्रारंभ हो चुका है ।इस बार छात्र संघ चुनाव को लेकर प्रदेश सरकार की नरम नीति को भाँपते हुए प्रायः सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्र संघ चुनाव लड़ने के इच्छुक छात्र नेताओं ने नवागत छात्र छात्राओं के स्वागत के लिए होर्डिंग लगाना शुरू कर दिया है ।छात्र नेताओं ने यदि ठीक ढंग से दबाव बनाया तो युवा वर्ग का आक्रोश झेल रही प्रदेश सरकार इस मुद्दे पर छात्रों के हित में निर्णय लेकर उन्हें अपने पाले में लाने का खेल कर सकती है ।। अब देखना है अपने को विद्यार्थियों का हितैषी बताने वाली अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इस मुद्दे प्रदेश सरकार पर कितना दबाव बना पाती है ?

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