बैतूल:दलित समुदाय की महिलाओं ने लगाए छेड़छाड़ के आरोप
मध्य प्रदेश बैतूल से शेख इकबाल की खास रिपोर्ट
बैतूल। जिले में भूमि विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इस मामले में न तो तहसील विभाग कुछ कर पा रहा और न ही पुलिस विवाद का निराकरण कर पा रही है। भूमि विवाद के अधिकतर मामलों में दबंग व अपराधी प्रवृत्ति के लोग जबरन भूमि पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। भूमि विवाद का ऐसा ही एक मामला झल्लार थाना क्षेत्र से सामने आया है। झल्लार थाना क्षेत्र के ताप्तीढाना केरपानी में भूमि विवाद में मारपीट कर जान से मारने की धमकी देने सहित छेड़छाड़ का गंभीर आरोप लगाते हुए फरियादी महिलाओं ने एसपी को आवेदन सौंप कर अनावेदकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। महिलाओं ने आरोप लगाया कि छेड़छाड़ की शिकायत करने के बावजूद थाने में एफआईआर दर्ज नहीं की गई।
शिकायतकर्ता महिला शकुन नागले, प्रिया नागले, सोमती नागले, जगदीश नागले ललिता नागले, रूपेश नागले ने बताया 16 मार्च को वे अपने खेत में कृषि कार्य कर रहे थे। लगभग दोपहर के एक बजे अनावेदकगण राकेश मंसुरे, पिंटू मंसूरे, रामकिशोर मंसूरे, संतोष यादव निवासी मच्छी बोरगांव, गोपाल सोनी एवं उनके साथ अन्य लोग जेसीबी एवं ट्रेक्टर एवं धारदार हथियार लेकर खेत पर कब्जा करने लगे, मना करने पर आवेदकों को जाति सूचक अपशब्द कहते हुए मारपीट करने लगे। इस दौरान महिलाओं ने छेड़छाड़ करने का भी आरोप लगाया। महिलाओं ने बताया कि बीच बचाव करने आए जगदीश एवं रूपेश के साथ अनावेदकगण पिंटू, राकेश, गोलू यादव, संतोष यादव एवं गोपाल सोनी ने मारपीट की। जगदीश नागले के सिर पर पत्थर से मारा जिससे उसके सिर पर गंभीर चोट आकर पांच छः टाके लगे है। शिकायतकर्ता के अनुसार उनकी खानदानी भूमि मौजा केरपानी में खसरा नं. 49/1/1, एवं 49/1/2 राजस्व रिकार्ड में कुवरलाल एवं निर्मला नागले के नाम से दर्ज है। अनावेदक उनकी भूमि पर कब्जा करना चाहते हैं। महिलाओं ने बताया कि अनावेदक शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। आवेदक महिलाओं ने पुलिस अधीक्षक से अनावेदकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।