भाई से भाई का प्रेम करना सीखना है रामचरितमानस राम भरत प्रेम

 

विनय मिश्र, जिला संवाददाता।

बरहज देवरिया।

बरहज तहसील अंतर्गत बरौली चौराहे पर आयोजित सात दिवसीय राम कथा के पांचवें दिन पागल आनंद जी महाराज ने संबोधित करते हुए कहा कि रामचरितमानस के पात्रों के अनुसार जीवन को अनुसरण करें तो किसी प्रकार का कोई विवाद या संकट रही नहीं जाएगा। भाई से भाई का प्रेम भरत से भाई के प्रति समर्पित सेवा लक्ष्मण जी से पति-पत्नी की संबंधों की का परीक्षण राम सीता से और एक राजधर्म का निर्वाह करने का प्रयोग सीखें तो राम से सीख ले जिससे सृष्टि का कल्याण हो जाएगा। परिवार में एक दूसरे के साथ कैसे रहा जाता है यह रामचरितमानस सीखाता है। सहायक विकास मानस कोकिला साध्वी अमृत सागर ने राम विवाह धनुष यज्ञ परशुराम राम संवाद एवं फुलवारी का प्रकरण सुना कर सबको मंत्रम मुदध कर दिया। व्यास पीठ पूजन आयोजक पंकज सिंह हनुमान मंदिर के पुजारी परमहंस दास जी महाराज अरुण पांडे महेश मणि आयोजक रामनिवास उपाध्याय सहित सैकड़ों की संख्या नर नारि, उपस्थित रहे।

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