जल संकट से जूझ रहे राई पाढा़ के लोग, कागजी पन्नों में है अमृत योजना मिशन हर घर- जल -हर घर नल
People of Rai Padha are facing water crisis, Amrit Yojana Mission is only on paper - water in every house - tap in every house
हिंद एकता टाइम्स भिवंडी
रवि तिवारी
भिवंडी-भिवंडी तालुका ग्रामीण क्षेत्रो के राई पाढा़ ईलाके के लोग को इन दिनों भारी जल संकट का सामना करना पड़़ रहा है। पानी के लिये महिलाओं को अपनी और अपने परिवार के प्यास बुझाने के लिये अपने सर पर पानी भरने की हांडी ,तड़पती धरती,कड़़कडा़ती धूप,में तीन से चार किलोमीटर का सफर तय करना पड़ रहा है। केंंद्र व राज्य सरकार की अमृत योजना,हर घर जल -हर घर नल तथा जल कुंभ जैसी कई योजना मात्र सरकारी पन्नों में रह गई हैं। और चुनावी वादों के जुमलों में मात्र दिखावा सावित हो रही हैं। एक एक बूंद पानी के लिये तरस रहे राई पाढा़ सहित कई ईलाकों के लोग।आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हम सभी को और २१वी सदी की यह तस्वीर झकझोर कर रख देता है। ऐसी तस्वीरे सरकार की सभी दवाओं की पोल खोल कर रख देती हैं। भिवंडी तालुका राई गांव के लोंगों का मानना है कि इस गांव में जो कुंए (बावडी़) हैं सभी पूरी तरह सूख गये हैं। तालाब का गंदा पानी सड़ चुका है जो उनका सहारा था। गांव वालोंं का कहना है कि दो वर्ष पहले इस गांव में कुंआं खुदाई का कार्य चल रहा था। परंतु वह भी अभी अधूरा पडा़ है। ऐसी हालात में अपनी और र अपने परिवार की प प्यास बुझाने के लिये महिलायें तालाब के किनारे होने वाली पानी रिसाव से प्लास्टिक की बोतलें पलस अथवा अन्य पत्तों के सहारे एक एक बूंद थोडा़ बहुत पानी इकठ्ठे कर पाती हैं। इसी से अपना और अपने परिवार की जीविका चलाने पर मजबूर हैं। हैरत की बात यह है। कि इन महिलाओं को इस पानी को इकठ्ठा करने के लिये ३४ से ४० फिट पहाडी़ के नीचे उतरना पड़ता है। इस से भी जादा हैरानी की बात यह है कि बुजुर्ग महिलायें व गर्भवती महिलाओं को भी इस मार्ग पर सफर कर पानी के इस महा संकट का सामना करना पड़ रहा है। महिलाओं की माने तो सरकार से बार-बार गुहार लगाई गई। परंतु उनका सुनने वाला कोई नही है। चुनावी वादे और सरकारी योजनाएं मात्र सरकारी कागजो पर ही दिखाई दे रही हैं। और सच्चाई यह भी है कि भिवंडी के कई ईलाको में जल संकट से लोग परेशान हैं।