जम्मू कश्मीर के पहलगांव में कायर आतंकवादियों द्वारा 28 पर्यटको की निर्मम हत्या के विरोध में संघर्ष समिति ने कैंडल मार्च निकाल कर मृतकों दी श्रधांजलि
In protest against the brutal killing of 28 tourists by cowardly terrorists in Pahalgam, Jammu and Kashmir, the Sangharsh Samiti organized a candle march and paid tribute to the dead
रिपोर्ट: अशोकश्रीवास्तव ब्यूरोप्रमुख
घोसी मऊ।
घोसी। घोसी संघर्ष समिति के अध्यक्ष अरविंद पांडेय के नेतृत्व में बुधवार को काश्मीर के पहलगांव में मंगलवार को कायर आतंकवादीयो द्वारा घूमने गए 28 पर्यटको की धर्म पूछ कर हत्या के विरोध एवं मृतकोंशाम को श्रधांजलि देने के लिए लोगों ने हाथों में कैंडिल लेकर नगर के मझवारा मोड स्थित गांधीजी प्रतिमा पर पहुँच कर श्रधासुमन अर्पित किया। बड़ी संख्या में लोग हाथों में जलते हुए कैंडिल लेकर आतंकवाद मुर्दाबाद, सरकार जल्द से जल्द आतंकवाद पर कठोर कार्यवाही करे आदि नारे लगा रहे थे।अध्यक्ष अरविंद पांडेय ने कहा कि कश्मीर के पहलगांव मै आतंकवादियों ने जो कायराना एवं घृणित कार्य किया है उसकी जितनी निंदा की जाय कम है। घूमने गए पर्यटको की धर्म पूछ कर गोली मारकर हत्त्या बहुत ही दुखदायी है। यह कार्य जम्मू कश्मीर में पर्यटन को चौपट कर कशमीरी आवम को पुनः बेकार बनाने की विदेशी ताकतो की घृणित कार्य है। अब वहा की जनता जान गयी है। उनके इस घृणित कार्य का जबाब देने लगी है।पूर्व कैपटन रामविजय पांडेय एवं सुदर्शन कुमार ने कहा कि मंगलवार की घटना से पुरा देश गम और गुस्से में है। धर्म पूछ कर गोली मार कर हत्त्या जैसे घृणित घटना की जितनी निन्दा की जाय कम है। घोसी की जनता, पुरा देश मृतकों के परिवार के साथ खड़ा है। साथ ही आतंकवादीयो के प्रति नफरत रख रही है।अनिल मिश्रा एवं राजेश जायसवाल ने कहा कि हम सभी को मनभेद भुला कर आतंकवाद के विरुद्ध एक होकर खड़े होने की जरूरत है। आतंकवाद का कोई मजहब नही होता, उनका एक ही मकसद जम्मू कश्मीर के लोगों को भुखमरी के कगार पर लाकर अपना उद्देश्य पुरा करना है।इस अवसर पर घोसी संघर्ष समिति के अध्यक्ष अरविंद कुमार पांडेय,पूर्व कैप्टन रामविजय पांडेय, सुदर्शन कुमार, राजेश जायसवाल, अनिल कुमार मिश्रा, ख़ुर्शीद खान,बेद प्रकाश पांडेय, उमेश मिश्रा, राकेश मिश्रा, जियाउद्दीन खान, नौशाद खान, अबरार घोसवी, सभासद जुल्फेकार अहमद, प्रेमचंद यादव, ओमप्रकाश रंजन, कैलाश राजभर, राजीव चौबे, हरेन्द्र चौरसिया,आदि बहुत से लोग सम्मलित रहे।