स्वावलंबी भारत का आधार उद्यमिता एवं स्वरोजगार विषयक एक दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन
रिर्पोट: शमीम अहमद
जौनपुर।राजा हरपाल सिंह पी जी कॉलेज,सिंगरामऊ, जौनपुर में स्वावलंबी भारत का आधार उद्यमिता एवं स्वरोजगार विषयक एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया उद्यमिता प्रोत्साहन सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं स्वावलंबी भारत अभियान, काशी प्रांत के सह-संयोजक श्री सत्येंद्र त्रिपाठी ने सभा को स्वावलंबी भारत अभियान के उद्देश्य और कार्यशैली से परिचित कराया। उन्होंने युवाओं से उद्यमिता, स्वदेशी, स्वरोजगार की तरफ प्रेरित होने का आह्वान किया। इस अवसर पर छात्र छात्राओं ने गांव शहर की एक पुकार उद्यमिता एवं स्वरोजगार का उद्घोष किया। उन्होंने कहा कि आज के वक्त की जरूरत है कि युवा नया सोंचे और बड़ा सोंचें। इस कार्यक्रम में मड़ियाहूं पी जी कॉलेज के अर्थशास्त्र विभाग के सहायक आचार्य एवम प्रभारी डॉ. विवेक कुमार मिश्र एवम पूर्वांचल विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के सहायक आचार्य डॉ. मनोज कुमार पांडेय, ने विशिष्ट वक्ता के रूप में सभा को संबोधित किया।डॉ. मिश्र ने अपने संबोधन में रोजगार विहीन संवृद्धि को आज के समय की हकीकत बताया, डॉ. मिश्र के अनुसार भारत मे उत्पादन की रोजगार लोच 0.1 है अर्थात यफी हमे रोजगार का स्तर दो गुना करना हो तो उत्पादन में दस गुना की वृद्धि करनी होगी। ऐसी दशा में भविष्य रोजगार का न होकर स्वरोजगार का है ।युवाओं को जॉब सीकर की जगह जॉब प्रोवाइडर बनने की तरफ ध्यान देना चाहिए। । डॉ. पांडेय ने अपने उद्बोधन में युवाओं से उद्यमिता को अपनाने की अपील की और कहा कि जल्दी कमाना शुरू कीजिए और पढ़ाई के साथ कमाना शुरू कीजिए। डॉ. पांडेय ने रोजगार के सामाजिक मनोविज्ञान के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला।महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अरुण कुमार सिंह ने अपने अध्यक्षीय भाषण में रोजगार और बेरोजगारी के कारक तत्वों पर प्रकाश डाला और सम्पूर्ण योजनावधि में भारत की प्रगति से अवगत कराया। कार्यशाला में डॉ. अविनाश कुमार यादव, डॉ. उपाध्याय सहित महाविद्यालय के कई शिक्षक और बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।