राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी ने पंजाब, हरिणाया समेत इन राज्यों को दी स्थापना दिवस की बधाई

President Draupadi Murmu, PM Modi congratulated these states including Punjab, Haryana on their foundation day

 

नई दिल्ली:। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेता विपक्ष राहुल गांधी ने हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों के स्थापना दिवस पर बधाई दी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। राष्ट्रपति ने पोस्ट में लिखा, “हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और लक्षद्वीप के निवासियों को स्थापना दिवस पर मैं हार्दिक बधाई देती हूं। मेरी मंगलकामना है कि इन सभी राज्यों तथा संघ राज्य क्षेत्रों के लोग देश की विकास यात्रा में योगदान देते रहें और उनका जीवन शांति और समृद्धि से परिपूर्ण रहे। मैं उनके, तथा सभी देशवासियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करती हूं।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। पोस्ट में पीएम ने लिखा, “मध्य प्रदेश के सभी निवासियों को राज्य के स्थापना दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। प्राकृतिक संपदा और सांस्कृतिक विरासत से समृद्ध यह प्रदेश हर क्षेत्र में विकास के नित-नए मानदंड गढ़ता रहे, यही कामना है।” दूसरे पोस्ट में पीएम ने लिखा, “अपनी समृद्ध ऐतिहासिक विरासत के लिए विख्यात हमारे हरियाणा ने देश के विकास में हमेशा अहम योगदान दिया है। राज्य के स्थापना दिवस पर यहां की प्रगति में भागीदार अपने सभी भाई-बहनों को हार्दिक बधाई देने के साथ ही मैं उनके सुख, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।” तीसरे पोस्ट में पीएम ने लिखा, “समस्त छत्तीसगढ़वासियों को राज्य के स्थापना दिवस पर मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। वैभवशाली लोक परंपरा और जनजातीय संस्कृति के अद्भुत संगम से सजा यह प्रदेश विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ता रहे, यही कामना है।” नेता विपक्ष राहुल गांधी ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। पोस्ट में उन्होंने लिखा, “आंध्र प्रदेश, अंडमान और निकोबार, छत्तीसगढ़, चंडीगढ़, दिल्ली, हरियाणा, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, पंजाब, पुडुचेरी, तमिलनाडु और लक्षद्वीप के लोगों को आज उनके स्थापना दिवस पर बधाई। ये जीवंत संस्कृतियां, विविध भाषाएं, समृद्ध इतिहास और चिरस्थायी परंपराएं भारत की ताकत का मूल हैं। आइए हम इस एकता का जश्न मनाएं और इसकी रक्षा करें, यह पहचानते हुए कि प्रत्येक राज्य का अनूठा योगदान उन बंधनों को समृद्ध और मजबूत करता है जो हमें एक साथ रखते हैं।”

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