शव वाहन के इंतजार में घंटों पड़ा रहा मृतक का शव

 

 

 

 

रिपोर्टर अजीत कुमार सिंह बिट्टू जी ब्यूरो चीफ हिंद एकता टाइम्स

 

बलिया। जिला अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में एक वृद्ध महिला का शव घंटों शव वाहन के इंतजार में पड़ा रहा। इससे परिजनों ने घंटों हंगामा किया। सूचना पर सीएमएस डाॅ. एसके यादव और शव वाहन नोडल डाॅ. विनेश कुमार मौके पर पहुंचे। ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने प्राइवेट एंबुलेंस से शव भेजकर मामला शांत कराया।

बांसडीह की छोटकी शेरिया निवासी लीलावती देवी (70) को शनिवार की सुबह पेट में दर्द होने पर परिजन अस्पताल लेकर आए और भर्ती कराया। इलाज के दौरान रात में उनकी मौत हो गई। परिजनों ने शव वाहन के लिए चालक को फोन किया। चालक ने बारिश बंद होने पर आने को कहा। इस बीच परिजन आक्रोशित हो गए। इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक डाॅ. मुख्तार यादव से शव वाहन उपलब्ध कराने को कहा। उनके दबाव पर चालक पहुंचा। लेकिन बारिश बाद चलने के लिए कहा। चिकित्सक के अनुसार आक्रोशित परिजन चालक से गालीगलौज करने लगे। चालक गुस्से में अपने घर चला गया।

 

 

 

परिजन भी महिला का शव वार्ड में छोड़कर कहीं चले गए। आधी रात बाद छह से ज्यादा लोग नशे की हालत में पहुंचे। इमरजेंसी में हंगामा किया। मुख्य गेट को बंद कर चालक को बुलाने पर अड़ गए। हंगामे के कारण डाॅक्टर ने निजी खर्च से प्राइवेट एम्बुलेंस से शव को उनके घर भेजा। तीमारदार हरेराम सिंह ने बताया की कई बार शव वाहन की मांग की गई, घंटों बीतने के बावजूद शव वाहन नहीं पहुंचा। इस बाबत सीएमएस डाॅ. एसके यादव ने बताया की रात में किसी तीमारदार ने शव वाहन के लिए हंगामा किया था, भारी बारिश के कारण चालक के आने पर विलंब हुआ। उन्हें एंबुलेंस से घर छोड़ा गया। चिकित्सक द्वारा इसकी शिकायत नहीं की गई है।

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