आजमगढ़:जब तड़पते मरीजों को देख कर सदर में मची गदर तब भाग गए स्वास्थ कर्मी, हद हो गई स्वास्थ विभाग की बेशर्मी

 

रिपोर्ट:रोशन लाल
हिंद एकता टाइम्स

आजमगढ़। मंडलीय चिकित्सालय की व्यवस्था प्रति दिन दुर्बायस्था में बदलती जारही है। और इन्हीं दुर्व्यवस्थाओं के आगोश में हर रोज मरीज का इलाज चल रहा है। शनिवार को हद तो उस समय हो गई जिस समय डायलिसिस के लिए बेड पर लेटे मरीज अपनी डायलिसिस करवा रहे थे तब उस समय अचानक डायलिसिस की बिजली कट गई और बेड पर पड़े मरीज तड़पने लगे। आपातकालीन सेवा के लिए कर्मचारी जनरेटर चलाने गया तो पता चला कि जनरेटर खराब है । इसके बाद मरीजों के बीच में अफरा-तफरी मच गई। और उस समय ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्य कर्मी भी भाग गए। ज्ञातव्य है कि मंडलीय चिकित्सालय में हेरिटेज की तरफ से स्थापित डायलिसिस सेंटर में एक शिफ्ट में 13 मरीजों की व प्रतिदिन 3 शिफ्ट में 39 मरीजों का डायलिसिस निःशुल्क होता है। डायलिसिस निःशुल्क होने के कारण अस्पताल में मरीजों की डायलिसिस के लिए लंबी वेटिंग भी लगी रहती है। शाम को दूसरे शिफ्ट की डायलिसिस हो ही रही थी कि अचानक बिजली कट गई। जिससे डायलिसिस सेंटर में अफरा-तफरी मच गई।और बेड पर मरीज तड़पने लगे तथा चीख पुकार के साथ-साथ रोना पीटना भी शुरू हो गया। कई दिनों से खराब पड़ा जनरेटर भी स्वास्थ्य विभाग ने संज्ञान में नहीं लिया। जिससे मरीज के साथ आए परिजन भी स्वास्थ्य विभाग पर सवालिया निशान उठाने लगे। वहीं ड्यूटी कर रहे स्वास्थ्य कर्मी भी लोगों के आक्रोश को देखकर वहां से धीरे-धीरे खिसकने लगे। इस तरह की घटना से मरीजों की जान पर बन आई। डायलिसिस मैनेजर प्रशांत कुमार ने बताया कि जनरेटर खराब होने के कारण डायलिसिस बंद कर दी गई है। जिसका मरम्मत कार्य होने के बाद ही अब सोमवार से डायलिसिस की जाएगी।

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