राजकीय यूनानी मेडिकल कॉलेज अस्पताल, प्रयागराज में एनसीआईएसएम, नई दिल्ली के सहयोग से वैज्ञानिक लेखन और अनुसंधान नैतिकता पर होगा तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
रिपोर्ट:रोशन लाल
प्रयागराज, उत्तर प्रदेश राजकीय यूनानी मेडिकल कॉलेज एवं चिकित्सालय (एसयूएमसीएच), प्रयागराज व नेशनल काउंसिल फॉर इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन (एनसीआईएसएम) नई दिल्ली के सहयोग से 24 जून से 26 जून 2024 तक आयुर्वेद, यूनानी और सिद्ध कॉलेजों के पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) गाइडों के लिए “वैज्ञानिक लेखन, शोध अखंडता एवं प्रकाशन नैतिकता” पर तीन दिवसीय वर्क्शाप का कॉलेज सभागार में आयोजन हो रहा है।
इस वर्क्शाप का उद्देश्य वैज्ञानिक लेखन, शोध अखंडता और प्रकाशन नैतिकता के सिद्धांतों पर पीजी गाइड्स को संवेदनशील बनाना, प्रशिक्षित करना और वैज्ञानिक लेखन की कला में पीजी विद्वानों को प्रभावी ढंग से मार्गदर्शित करना है, जिससे उनके तकनीकी कौशल में सुधार के साथ शोध को उच्च गुणवत्ता वाली वैज्ञानिक पत्रिकाओं में प्रकाशित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। इस वर्क्शाप का उद्देश्य वैज्ञानिक लेखन, शोध अखंडता और प्रकाशन नैतिकता के सिद्धांतों पर पीजी गाइडों को संवेदनशील बनाना और प्रशिक्षित करना, शोध को उच्चतर मानक के वैज्ञानिक पत्रिकाएँ में प्रकाशित करने के लिए प्रेरित भी करना,
और वैज्ञानिक लेखन की कला में पीजी विद्वानों को प्रभावी ढंग से मार्गदर्शन करने के लिए तकनीकी प्रशिक्षण से लैस करना है। वर्क्शाप में वर्ष 2022 में एनसीआईएसएम, नई दिल्ली द्वारा प्रशिक्षित 60 में से 10 मास्टर ट्रेनर वैज्ञानिक लेखन और प्रकाशन नैतिकता पर भारत के विभिन्न स्नातकोत्तर आयुर्वेदिक, यूनानी और सिद्ध कॉलेजों के साठ पीजी गाइडस को परिशिक्षण देंगे।
यह वर्कशाप आयुर्वेदिक, यूनानी और सिद्ध कॉलेजों के पीजी गाइडस के लिए एक अच्छी पहल होगी, जिसका उद्देश्य पीजी गाइडस को शोध अखंडता पर आवश्यक ज्ञान और कौशल को बढ़ावा देने के लिए शोध क्षमताओं को विकसित करना है। उक्त वर्कशाप से सम्बंधित गठित विभिन्न समितियों की बैठक आज दिनांक-21.06.2024 को डा0 वसीम अहमद, प्रधानाचार्य की अध्यक्षता में प्रधानाचार्य कक्ष में आयोजित की गई जिसमें प्रोग्राम के सफलता पूर्वक संचालन के लिए चर्चा की गई और गठित समितियों को आवंटित कार्यो को सुचारू रूप से सम्पादित करने के लिए निर्देश् दिए गये।
(डा0 वसीम अहमद)