संत यतिनाथ मंदिर पर बुढ़वा मंगल को किया गया सुन्दर कांड का पाठ, हुआ भव्य भंडारे का आयोजन

रिपोर्ट : अजित कुमार सिंह ” बिट्टू जी” व्यूरोचीफ हिन्द एकता टाइम्स

 

 

 

 

सुखपुरा(बलिया)। आज ज्येष्ठ मास के अन्तिम बुढ़वा मंगल को संत यतिनाथ मंदिर परिषद में यति नाथ कमेटी के तत्वाधान हनुमान चालीसा के पाठ करने के बाद सुंदरकांड का सामूहिक पाठ किया गया। तत्पश्चात शरबत , हलुआ का प्रसाद का भंडारा का आयोजन किया गया था। जिसमें सैकड़ो नर- नारी, बालको ने मंदिर परिषर में पहुंचकर भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। हिंदू धर्म में हर महीने का खास महत्व होता है। वैसे ही ज्येष्ठ महीने का अपना एक विशेष स्थान है। इस दौरान हनुमान जी की पूजा होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस महीने पड़ने वाले सभी मंगलवार को बड़ा मंगल या बुढ़वा मंगल के नाम से जाना जाता है, जिसकी शुरुआत 28 मई, 2024 को हो चुकी है।ऐसा कहा जाता है कि इस अवधि के दौरान राम जी के साथ बजरंगबली की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। वहीं, इसके पीछे की

 

पौराणिक कथाओं के अनुसार, ज्येष्ठ माह में मंगलवार के दिन प्रभु श्रीराम और हनुमान जी की पहली बार भेंट हुई थी। इसी वजह से ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले सभी मंगलवार को बड़ा मंगल के नाम से जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दौरान राम भक्त प्रसन्न मुद्रा में होते हैं और वे अपने भक्तों की सभी इच्छाओं को पूर्ण करते हैं। इस माह में बजरंगबली की आराधना करने से सभी दुख, तकलीफ, भय, और बधाई दूर होती है। बुढ़वा मंगल के दिन मंदिर जाकर हनुमान जी की उपासना करने से सभी मनोकामनाओ की पूर्ति होती है। इस दिन भंडारे का भी विधान है। मंगल के दिन भंडारा करने से धन-धान्य में बढ़ोतरी होती है। इसके अलावा एक अन्य कथा के अनुसार, जब महाभारत काल में महाबली भीम को अपने बल पर घमंड हो गया था, तो उनके घमंड को समाप्त करने के लिए वीर बजरंगबली ने बूढ़े वानर का रूप धारण किया था। इसके साथ ही उनके घमंड को तोड़ा भी था, जिसके चलते इसे बुढ़वा मंगल भी कहा जाता है। इस मौके पर संतति नाथ कमेटी के सर्व देव सिंह एडवोकेट, फुलेना सिंह, तारकेश्वर ठाकुर ,पिंटू पांडे, गुड्डन सिंह, नवदीप ठाकुर, छठू प्रसाद, सरल पांडेय, मन्नू सिंह, आदि लोगों की सहभागिता रही।

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