दूतावास के जरिए भेजा जा रहा है आयातकों को आमंत्रण पत्र: कुलदीप
कार्पेट एक्सपो मार्ट में जो कमियां हैं मेले से पहले होगा दुरुस्त
रिपोर्ट अशरफ संजरी
भदोही। अंतरराष्ट्रीय कालीन मेले में विदेशी कालीन आयातकों के प्रतिभाग करने के लिए वहां के दूतावास के जरिए संपर्क किया जा रहा है। अभी तक 65 देशों के 1000 से लेकर 1200 कालीन आयातकों को वहां के दूतावास के जरिए आमंत्रण पत्र भेजा गया है। फिलहाल फेयर में 300 विदेशी आयातकों के आने की संभावना है।
उक्त बातें कालीन निर्यात संवर्धन परिषद के अध्यक्ष कुलदीप राज वाटल शनिवार को कार्पेट एक्सपो में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि
भदोही में अक्टूबर माह में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय कालीन मेले में चुनिंदा आयातकों को बुलाने का प्रयास किया जा रहा है। फिलहाल घूमने आने वाले आयातकों को नहीं बुलाएंगे। ताकि निर्यातकों को मेले से अधिक से अधिक व्यापार हो सकें। श्री वाटल ने कहा कि कुछ देशों में उथल-पुथल चल रहा है। उसका प्रभाव तो थोड़ा बहुत पड़ता है। लेकिन यह उथल-पुथल लंबे समय से चल रहा है। अगर उन देशों के आयातकों को व्यापार करना है तो फेयर में आएंगे। हालांकि इस समस्या का समाधान जल्द ही निकलने वाला है। वैसे रसिया में युद्ध के बावजूद भी पिछली बार के फेयर में वहां के आयातक आए थे। चेयरमैन ने कहा कि इस बार के मेले में भी स्वचलित सीढ़ी का लगना मुश्किल है। लेकिन जो कमियां हैं उसे फेयर से पूर्व दुरुस्त कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीईपीसी का यह हमेशा से ही प्रयास रहा है कि छोटे व मझोले कालीन निर्यातकों को अधिक से अधिक स्टालों दिया जाए। इस बार भी कालीन उद्योग के छोटे व मझोले निर्यातकों को इस मेले में स्टाल दे रहे हैं।
इस मौके पर सीईपीसी के सीओए सदस्य वासिफ अंसारी, अनिल सिंह, जफर हुसैनी जाफर, असलम महबूब, इम्तियाज अहमद व संजय गुप्ता आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहें।