हैनिमैन ने विश्व को दिया सबसे सस्ती चिकित्सा पद्धति –: डा. डीके सिंह
जयंती पर भावपूर्ण स्मरण किए गए होम्योपैथिक के जनक हैनिमैन
रिपोर्ट: संजय सिंह
रसड़ा (बलिया) होम्योपैथिक के जनक डा. सैमुअल हैनिमैन की 269 वीं जयंती मंगलवार को शैल होमियो लेबेरोटरी इंडस्ट्रीयल स्टेट माधोपुर रसड़ा के सभागार में एक संगोठी आयोजित की गई। संस्था के प्रबंध निदेशक डा. डीके सिंह ने हैनिमैन के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित व मल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। डा. डीके सिंह ने कहा कि जर्मनी में जन्में इस महान विभुति ने शायद यह नहीं सोचा होगा कि उनकी अद्वितीय खोज के रूप में यह पद्धति विश्व की सबसे सस्ती, दुष्प्रभाव रहित व सर्वसुलभ चिकित्सा पद्धति साबित होगी। संस्थान के प्रबंधक राजा बाबू ने कहा प्रकृति के रहस्यों के जानने की जिज्ञासा ने ही मानव को आधुनिक विकास के पथ पर ले जाता है। होम्योपैथिक के जनक सैमुअल हैनिमैन ने इस इस पद्धति का अविष्कार कर चिकित्सा पद्धति में एक क्रांति लाने का कार्य किया। जिसके चलते आज के समय मे निर्बल वर्ग के मरीज अर्थहिन मरीज कम पैसे मे असाध्य रोगों का उपचार इस पद्धति से करा कर निरोग बन रहे हैं। इस मौके पर केमिस्ट कुमारी शमीसुन निशा, हंसनाथ यादव, आश नारायण यादव, शाहजहां खातून, विनोद यादव आदि ने भी हैनिमैन के सबंध मे अपने विचार व्यक्त किया।
होम्योपैथिक के जनक हैनिमैन के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करते डा. डीके सिंह व अन्य कार्यकर्ता