रोबोटिक्स, इलेक्ट्रिकल व्हीकल्स के निर्माण का मिलेगा प्रशिक्षण
रिपोर्टर अजीत कुमार सिंह बिट्टू जी ब्यूरो चीफ हिंद एकता टाइम्स
बलिया ब्यूरो
जिले के तीन राजकीय आईटीआई परिसर में करीब सात करोड़ की लागत से प्रशिक्षण कार्यशाला का निर्माण किया जाएगा। कार्यशाला के निर्माण होने के बाद टाटा टेक्नालॉजी के सहयोग से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिसमें दो वर्षीय प्रशिक्षण में रोबोटिक्स, 6 एक्सिस सीएनसी मशीन, इलेक्ट्रिकल व्हीकल्स के निर्माण का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
राजकीय आईटीआई में वर्तमान तकनीकी मांग के अनुसार प्रशिक्षु तैयार करने के लिए शासन ने टाटा टेक्नोलॉजी के साथ करार किया है। करार के मुताबिक कंपनी प्रदेश के 150 राजकीय आईटीआई को वर्तमान तकनीकी मांग के अनुरूप स्थापित करने के साथ यहां प्रशिक्षण लेने वाले प्रशिक्षुओं को दक्ष करेगी।
इसे वैैश्विक पटल पर ब्रांड के रूप में स्थापित करेगी। इस योजना से जनपद के तीन राजकीय आईटीआई बलिया, रसड़ा और सीयर के छात्र लाभात होंगे। योजना के अनुसार यहां प्रशिक्षण लेने वाले प्रशिक्षु विश्व स्तरीय कंपनियों की वर्तमान मांग के अनुसार तैयार होंगे और उन्हें प्लेसमेंट भी मिलेगा।
रोबोटिक्स के साथ सीएनसी इंजीनियरिंग की मिलेगी ट्रेनिंग
आईटीआई प्रधानाचार्य संजय भारती ने बताया कि टाटा की ओर से कार्यशाला का निर्माण किया जाएगा। इसमें प्रशिक्षुओं के लिए रोबोटिक्स इंजीनियरिंग का पाठ्यक्रम लागू किया जाएगा। रोबोट के डिजाइन, निर्माण और उसे काम में लेना सिखाया जाएगा। रोबोटिक्स इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम का उद्देश्य ऐसे रोबोट को डिजाइन करना होगा जो मनुष्यों की कार्य में सहायता कर सके। प्रधानाचार्य ने बताया कि 6 एक्सिस सीएनसी (कंप्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल) मशीन के निर्माण का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस मशीन का उपयोग औद्योगिक क्षेत्रों के साथ प्लास्टिक, एल्यूमिनयम, लकड़ी, तांबा सहित कई अन्य पदार्थों से बने सामानों को बनाने के काम किया जाता है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में इलेक्ट्रिकल व्हीकल्स की मांग अधिक रहेगी। इसके निर्माण का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। एडवांस पेटिंग तकनीक का भी कार्यशाला में प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कार्यशाला में गर्मी के प्रभाव को रोकने के लिए थर्मल इंसुलेशन ग्लास का प्रयोग किया जाएगा।
लघु पाठ्यक्रम की व्यवस्था
कार्यशाला में एक सत्र में 300 प्रशिक्षुओं को छह बृहद पाठयक्रम का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसकी अवधि दो वर्ष होगी। इसके साथ ही लघु पाठ्यक्रम का भी प्रशिक्षण शामिल रहेगा। आईटीआई के प्रधानाचार्य ने बताया कि कार्यशाला के लिए लखनऊ में अनुदेशक व फोरमैन को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा एक वर्ष तक टाटा का प्रशिक्षक रहेगा, जो यहां प्रशिक्षण देने का कार्य करेगा।