समाज में ब्राह्मण का सम्मान भगवान परशुराम द्वारा स्थापित आदर्शों से हैं : पं० सक्षम
रिपोर्ट अजीत कुमार सिंह बिट्टू जी ब्यूरो चीफ हिंद एकता टाइम्स
गड़वार (बलिया)
क्षेत्र के जनऊपुर गांव स्थित हनुमान मंदिर परिसर में शुक्रवार को अक्षय तृतीया के अवसर पर भगवान परशुराम की विशेष पूजा अर्चना की गई। सुबह मंदिर परिसर में देवी देवताओं के आह्वान के साथ पूजन किया गया। सुंदरकांड का पाठ हुआ। हवन के बाद श्रद्धालुओं ने धर्म पताकाओं के साथ आकर्षक झांकियों से सुसज्जित शोभायात्रा निकाली। इस दौरान आयोजित विचार गोष्ठी में शिक्षाविद पं०प्रेम नारायन पाण्डेय ने कहा कि समाज में ब्राह्णण का एक अलग सम्मान है, इनकी पहचान भगवान परशुराम द्वारा स्थापित आदर्शों से है। इसे धुमिल न होने दें, पाश्चात्य संस्कृति के मोह से न बंधे। उन्होंने भारतीय संस्कृति के आधार पर जीवन जीने पर बल दिया। बाबा परशुराम युवा मंच के अध्यक्ष सक्षम पाण्डेय ने कहा कि हमेशा से संपूर्ण समाज का प्रतिनिधित्व ब्राह्मण समाज ने ही किया है,कहा कि आज हम सभी को आत्म अवलोकन करने की आवश्यकता है। जनऊबाबा साहित्यिक संस्था निर्झर के संयोजक पं०धनेश शास्त्री ने कहा कि हम सब भगवान परशुराम के वंशज हैं। परशुराम जयंती मनाना तभी सार्थक होगा जब भगवान परशुराम के पद चिन्हों पर चलकर उनके आदर्शो को आत्मसात किया जाए। इस अवसर पर उमेश पाण्डेय, राकेश पाण्डेय, अभिषेक,निशान्त, विनीत,विशाल, विवेक,पुनीत, हरिशंकर,पियुष, रोशन,शिवम आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पं० परमहंस जी पाण्डेय एवं संचालन कुबेर नाथ पाण्डेय ने किया।