बैतूल:प्रसिद्ध कथावाचक पं:प्रदीप मिश्रा के सिर में चोट लगने से उनके ब्रेन में सूजन आ गई है।सभी प्रोग्राम निरस्त

ग्राम सातनेर से अर्पण चिठौर की खास रिपोर्ट

अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर उन्होंने स्वयं इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने बताया आष्टा में खेली गई महाकाल होली के दौरान किसी ने नारियल फेंका, जो उनके सिर में लग गया। इससे उनके ब्रेन में सूजन आ गई है। इस वजह से अब वे कुछ दिनों तक कथाएं नहीं करेंगे। डॉक्टरों ने उन्हें आराम की सलाह दी है। उनकी कथाएं निरस्त होने के कारण उनके अनुयायियों और शिवभक्तों में खासी मायूसी है। उन्होंने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।

 

पंडित प्रदीप मिश्रा सोमवार को नीमच के मनासा में शिवमहापुराण कथा करने पहुंचे। यहां आकर उन्होंने कहा कि मेरा स्वास्थ्य खराब है, लेकिन मैं सिर्फ आप लोगों से मिलने आया हूं। उन्होंने कहा कि 29 मार्च को आष्टा में महादेव होली खेली गई थी। इस दौरान गुलाल की जगह किसी ने नारियल फेंका जिसके कारण ब्रेन में थोड़ी दिक्कत आ गई। अंदर की तरफ चोट लगने के कारण ब्रेन में सूजन हो गई है। डॉक्टरों ने कहा है कि दिमाग पर ज्यादा जोर नहीं देना है। जब तक डॉक्टर परमिशन नहीं देते, हम कथा नहीं कर सकते। नीचे वीडियो में देखें पंडित जी ने क्या कहा….पंडित मिश्रा ने कहा आप सब यहां आए और आपको कष्ट हुआ। मैं सिर्फ आप लोगों की वजह से यहां पर आया हूं। अस्पताल से छुट्टी करवा कर मैं आप लोगों के बीच में आया हूं। उन्होंने कहा कि अगले साल विठलेश सेवा समिति कथा करने के लिए मनासा आएगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य में सुधार होते ही आगे की कथाएं करेंगे, नहीं तो जो कथाएं आगे भी होने वाली थी, वो कैंसिल हो जाएंगी। मनासा में एक अप्रैल से सात अप्रैल तक कथा का आयोजन होना था। इसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी।

 

31 मार्च रविवार को शहर में कलश यात्रा भी निकाली गई थी। कथा सुनने पहले ही दिन करीब 50 हजार लोग कथा पंडाल पहुंचे थे। लेकिन, पंडित प्रदीप मिश्रा के कथा निरस्त करने की घोषणा के बाद वे मायूस होकर लौटे। कुछ महिलाओं की आंखों में आंसू आ गए और वे रोने लगीं। पंडित प्रदीप मिश्रा का स्वास्थ्य खराब हो जाने से पूरे देश में मायूसी छाई हुई है। उनके बेहतर स्वास्थ्य की कामना करते हुए सीहोर जिला संस्कार मंच के पदाधिकारियों ने शहर के सैकड़ाखेड़ी स्थित वृद्धाश्रम और मरीह माता मंदिर में पहुंचकर हवन यज्ञ का आयोजन मंगलवार को किया गया है ताकि वे जल्द स्वस्थ हों। शुक्रवार को सीहोर जिले के आष्टा में महादेव की होली का आयोजन समिति के द्वारा किया गया था। भव्य चल समारोह के दौरान गुरुदेव के सिर में नारियल लगने के कारण अंदरूनी चोटें आई है। पिछले तीन दिनों से वह अस्पताल में भर्ती थे।

 

सोमवार से आरंभ होने वाली शिव महापुराण में पहुंचे गुरुदेव ने जैसे ही अपने स्वास्थ्य के विषय में जानकारी दी, वैसे ही पूरे देश के श्रद्धालुओं ने भागवत भूषण पंडित मिश्रा के शीघ्र स्वास्थ्य की कामना को लेकर भगवान शिव शंकर से प्रार्थना का सिलसिला शुरू हो गया है।

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