आजमगढ़:क्यों नहीं होगी योगी सरकार बदनाम जब सरकारी अधिकारी और जनप्रतिनिधि ही करेंगे ऐसा काम,लूट की दुनिया में सेहरा बना चमन जब वीडियो और ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिध ने करोड़ों का किया गबन
मामला आजमगढ़ जिला के मार्टिनगंज ब्लॉक का
रिपोर्ट:रोशन लाल
आजमगढ़:अपने सच्चे और कड़े अनुशासन के बलबूते उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ महाराज जी उत्तर प्रदेश को जहां उत्तम प्रदेश बनाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं वहीं पर उनके कर्मचारी अधिकारी कुछ ऐसे हैं जो इनके आदेशों को धता बताते हुए एक तरह से मनमानी करते हुए कहीं ना कहीं योगी जी के अरमानों पर पानी फेर ही देते हैं। और किसी ना किसी काम में लाखों रुपए से लेकर करोड़ों रुपए तक का घोटाला कर डालते हैं ।कुछ इसी तरह का मामला आजमगढ़ जिले के मार्टिनगंज ब्लॉक का है जिसमें खंड विकास अधिकारी मार्टिनगंजऔरलॉक प्रमुख प्रतिनिधि द्वारा एक विकास कार्यों में लग भग सात करोड़ के आस पास गबन करने की खबरहवाओं में तैर रही है।
सूत्रों के अनुसार आजमगढ़ जिला के मार्टीनगंज ब्लाक में बीडीओ व ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि ने मिलकर विकास कार्य के नाम पर सात करोड़ से अधिक का गबन किया है। लोकायुक्त से शिकायत होने के बाद डीएम ने जांच के लिए तीन अधिकारियों की कमेटी बनाई थी। टीम ने जाँच के समय आरोप सही पाया।और अगली कार्रवाई के लिए आगे आख्या भेज दी गई है।
खिजिरपुर गांव निवासी क्षेत्र पंचायत सदस्य सर्वेश कुमार ने मार्टीनगंज ब्लाक प्रमुख यशवंत शर्मा, तत्कालिक बीडीओ राम बिलास राम के विरूद्ध सरकारी धन के गबन का आरोप लगाते हुए लोकायुक्त को 20 सितंबर 2023 को शिकायती पत्र भेजा था। लोकायुक्त ने डीएम से जांच कर आख्या मांगी थी।जिलाधिकारी ने एडीएम प्रशासन, अधीक्षण अभियंता आजमगढ़ वित्त, लोक निर्माण विभाग व कोषाधिकारी की जांच समिति बनाई थी। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत सुरहन, नगर पंचायत मार्टीनगंज में 22 जुलाई 2022 को सम्मिलित हो गया। इसके बाद भी ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि सौरभ सिंह बीनू के साथ मिलकर चार करोड़ 38 लाख 83 हजार 371 रुपये का फर्जी भुगतान करा लिया था। इसके साथ ही बिनू कांस्ट्रक्सन के खाता में एक करोड़ 85 लाख 41 हजार 279 रुपये व रायल ट्रेडर्स के खाता में एक करोड़ 86 लाख 67 हजार 504 रुपये का फर्जी भुगतान कराया गया था। इसके साथ ही कई मजदूरों के खाता में 30 लाख रुपये का भुगतान करा लिया गया था। इसके साथ ही निकासीपुर में पिच रोड से अमित सिंह के घर तक बिना इंटर लॉकिंग के निर्माण कराए ही एक लाख 10 हजार 474 रुपये का भुगतान करा लिया था। जांच टीम के स्थलीय निरीक्षण में आरोप सही पाए गए।