आजमगढ़:राजा जन्मेजय की नाग यज्ञस्थलीय आवक में लगेगा विशेष स्नान मेला, सोमवार को सूर्य की लालिमा देख श्रद्धालु सरोवर में लगाएंगे आस्था की डुबकी
रिपोर्ट:चंदन शर्मा
रानी की सराय/आजमगढ़:रानी की सराय क्षेत्र के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल अवंतिका पुरी(आँवक )धाम पर सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान मेला लगेगा। इस इस स्नान मेले का विशेष महत्व है। यह स्थल जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दक्षिण आजमगढ़ वाराणसी मार्ग पर स्थित कोटला बाजार से लगभग 3 किलोमीटर दूरी पर स्थित है सोमवार को सूर्य की लालिमा देख श्रद्धालु लगाएंगे सरोवर में डुबकी।इस स्थल के लिए अनेक दंत कथाएं प्रचलित हैं। पहले दंत कथा के अनुसार द्वापर कालीन संदीपनी ऋषि का आश्रम यही था जहां भगवान श्री कृष्ण और बलराम ने विद्याध्यन किया था। दूसरी दंतकथा ऐसा माना जाता है कि पांडव अर्जुन के पौत्र राजा परीक्षित की ऋषि पुत्र (श्रृंगी)के श्राप के कारण नागराज तक्षक के काटने से अकाल मृत्यु हो गई थी। जिससे क्रोधित होकर के राजा जनमेजय ने सांपों के समूल नाश के लिए नाग यज्ञ यही करवाया था ।नाग यज्ञ के लिए हवन कुंड 84 बीघे में बना था जो आज जलाशय के रूप में विद्यमान है । ऐसा माना जाता है कि यह स्थल जो भारत की सब पूरियो में एक पूरी है ।जनपद के कोने कोने से लोग यहां स्नान दान करने के पश्चात ही अपनी धार्मिक यात्राओं पर निकलते हैं। ऐसी भी दंतकथा है कि बंगाल का जादू अवंतिकापुरी (आवक) से ही गया था । यहां वर्ष में दो बार कार्तिक पूर्णिमा वी चैत नवमी के दिन विशेष स्नान मेला लगता है,