ई रिक्शा और बाइक की टक्कर में ई रिक्शा चालक तथा सवार हुआ घायल इलाज के दौरान सवार की हुई मौत

परिजनों ने वेदांता हॉस्पिटल के गार्ड और स्टाफ पर मारपीट के मामले में कोतवालीमें दिया तहरीर

Shivkumar Madhesia age about 35 years son Ashok Madhesia age and his relative Pradeep age 34 years were returning home after cooking food from Dullahpur on 25th April in their e-rickshaw. Pradeep was driving the e-rickshaw and Shivakumar was sitting. An e-rickshaw collided with a bike near Chiraikot petrol pump

आजमगढ़ बलरामपुर से बबलू राय

आजमगढ़ जनपद के मिल्कीपुर मोहम्मदल्ला थाना सिधारी निवासी शिवकुमार मद्धेशिया उम्र लगभग 35 वर्ष पुत्र अशोक मद्धेशिया तथा उसका रिश्तेदार प्रदीप उम्र 34 वर्ष अपने ई रिक्शा से 25 अप्रैल को दुल्लहपुर से खाना बनाकर अपने घर वापस आ रहा था। ई-रिक्शा प्रदीप चला रहा था और शिवकुमार बैठा था। चिरैयाकोट पेट्रोल पंप के पास पहुंचते ही ई रिक्शा से बाइक की टक्कर हो गई। टक्कर होने के बाद ई रिक्शा चालक और सवार दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर पहुंचे रिश्तेदारों के द्वारा घायलों को जिला अस्पताल ले जाया गया जहां शिवकुमार की स्थिति गंभीर देखकर डॉक्टरों ने हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। परिजनों द्वारा घायल शिवकुमार को वेदांता हॉस्पिटल लक्षिरामपुर में एडमिट कराया गया इलाज चल रहा था। आरोप है कि रविवार की रात में मरीज से मिलने जा रहे तीमारदारों को डॉक्टर और उनके गार्ड व स्टाफ ने मारपीट दिया। वहीं धमकी दी कि जाकर कहीं भी शिकायत करो कोई कुछ भी नहीं बिगाड़ पाएगा। यहां तक कि सत्ता से नजदीकी की धमकी भी दी गई। इसके बाद तीमारदारों ने दिन में हंगामा किया। मामला बढ़ता देख दिन में मरीज को रेफर कर दिया गया। वहीं मरीज के रिश्तेदार पवन मद्धेशिया निवासी बिहरोजपुर थाना सिधारी ने तहरीर दी है। मामले में हॉस्पिटल के सुपरवाइजर ऋतिक जायसवाल ने बताया कि अस्पताल को बदनाम करने की सोची समझी साजिश है। मरीज शिवकुमार एक्सीडेंट में घायल था। जिला अस्पताल से रेफर होकर यहां पर आया था। परिजनों को बार-बार इसकी जानकारी दी जा रही थी। रात में 9:00 बजे भी परिजनों को बता दिया था कि हालत नाजुक है चाहे तो ले जा सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ तीमारदार भरत मद्धेशिया ने बताया कि उसके दोस्त पवन मद्धेशिया के बहनोई भर्ती थे। अपने साथ मारपीट के मामले में CCTV फुटेज को निकलवा कर कार्रवाई की मांग की। भरत के अनुसार मरीज दो दिन से भर्ती थे। भरत और परिजनों के अनुसार रात में डॉक्टर ने एक इंजेक्शन मंगवाया। यह इंजेक्शन अस्पताल में मौजूद नहीं था। रात 12 बजे आसपास के मेडिकल स्टोर पर भी नहीं मिला। खोजबीन कर जब परिजन लौटे तो मुख्य गेट से भवन में घुसने से मना कर दिया गया। तब मरीज के पास जाने की बात परिजन कहने लगे तो बात बढ़ गई। आरोप के अनुसार इसके बाद डॉक्टर ने अपने चैंबर में बुलाकर पहले गाली गलौज और धमकी दी फिर हाथ छोड़ दिया। इस दौरान करीब डेढ़ दर्जन स्टाफ के लोग थे। वह भी मारपीट में शामिल हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया। मृतक के पास एक पुत्र और एक पुत्री है। मृतक ऑटो चालक के साथ खाना बनाने का काम करता था।

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