जैन समाज के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला गरमाया, भाजपा नेता के खिलाफ सैकड़ो लोगों ने थाना कोतवाली का किया घेराव
Case of objectionable remarks against Jain community heated up, hundreds of people surrounded Kotwali police station against BJP leader
जबलपुर:मंगलवार की रात सैकड़ो जैन समाज के लोगों ने कोतवाली थाने का घेराव करते हुए दो भाजपा नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक बात कहने को लेकर शिकायत दर्ज करवाई थी। भाजपा ने दोनों नेता को नोटिस जारी करते हुए उनसे 3 दिन में जवाब मांगा है। नोटिस में यह भी कहा गया है कि समय पर जवाब नहीं देने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। इधर जैन समाज की तुलना रावण से करने की जानकारी मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव तक भी पहुंच गई है। जैन समाज ने दोनों ही भाजपा नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की पुलिस से मांग की है। पुलिस शिकायत दर्ज कर इस पूरे घटनाक्रम की जांच कर रही है। हालांकि दोनों ही भाजपा नेताओं का कहना है कि यह आवाज उनकी नहीं है।भारतीय जनता पार्टी के उत्तर मध्य विधानसभा से विधायक अभिलाष पांडे का विधायक प्रतिनिधि इस शैलेंद्र सिंह अपने आप को बता रहे थे, इस पर भी अब विधायक अभिलाष पांडे की प्रतिक्रिया सामने आई है, उन्होंने बताया है कि शैलेंद्र सिंह उनके विधायक प्रतिनिधि नहीं थे, उन्होंने कभी भी शैलेंद्र सिंह को विधायक प्रतिनिधि के पद पर नियुक्त भी नहीं किया था।भाजपा महानगर अध्यक्ष रत्नेश सोनकर ने आचार्य विद्यासागर मंडल अध्यक्ष जागृति शुक्ला और भाजपा नेता शैलेंद्र राजपूत को नोटिस जारी करते हुए उनसे जवाब मांगा है। यह भी कहा है की संतोषजनक अगर जवाब नहीं मिला तो कार्रवाई की जाएगी।
कारण बताओं नोटिस में लिखा है
नोटिस के माध्यम से आपको सूचित किया जाता है कि सोशल मीडिया के ऑडियो रिकॉर्डिंग व सामाजिक लोगों की शिकायत से यह ज्ञात हुआ है कि आपके द्वारा आपसी वार्तालाप में समाज के विशेष के बारे में अपमानजनक आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया है, जो कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसकी वजह से सामाजिक संगठनों के द्वारा उक्त आवाज आपकी होना, समाज के अपमान किए जाने का आरोप लगाया गया है, जिसमें समाज विशेष की भावनाओं को आहत किया है। आपको इस नोटिस के माध्यम से सूचित किया जाता है कि तीन दिवस की भीतर इसमें स्पष्टीकरण दें, कि क्यों ना आपको इस कृत्य के लिए पार्टी के दायित्व से मुक्त करते हुए प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया जाए। निर्धारित समय पर जवाब न मिलने पर एक तरफा कार्रवाई की जाएगी और पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया जाएगा।
जबलपुर से वाजिद खान की रिपोर्ट