आजमगढ़:भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर जी की जयंती पर शिक्षा के प्रति ग्रामीणों को प्रेरित करते हुए उनके बारे में दी गई विस्तृत जानकारी
Azamgarh: On the birth anniversary of Bharat Ratna Dr Bhimrao Ambedkar, detailed information was given about him while motivating the villagers towards education
बलरामपुर आजमगढ़ बबलू राय
आजमगढ़ जनपद के बिलरियागंज विकासखंड अंतर्गत गागेपुर, मानपुर, श्रीनगर (सियरहा), बसिला आदि समस्त गांवों में ग्रामीणों द्वारा भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की जयंती बड़े ही धूमधाम के साथ मनाई गई। भाजपा मंडल अध्यक्ष बिलरियागंज रूद्रप्रकाश राय, मनीष राय, रवि शंकर तिवारी पूर्व जिला महामंत्री भाजपा, लालमन प्रसाद तथा संतोष गुप्ता द्वारा बनकट और गुलऊर गांव में स्थित डा भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा पर कैंडल जलाकर माल्यार्पण किया गया। उसी कड़ी में मंडल उपाध्यक्ष सूर्य प्रताप लाल श्रीवास्तव,अरविंद पाठक तथा सूरज राय ने मुहम्मदपुर गांव में स्थित डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और कैंडल जलाया। भावा रायपुर पट्टी बंकाराय (दशवतपुर) में युवा दल समिति द्वारा ग्रामीणों को शिक्षा के प्रति जागरूक किया गया। आज दिनांक 14 अप्रैल को भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 134वें जन्मोत्सव पर सैकड़ो की संख्या में लोग उपस्थित हुए उनके अनुयाइयों को एकजुट कर उनके मौलिक अधिकारों के बारे में बताया गया। जिसमें समानता और शिक्षा व बाबा साहब के दिए गए तीन मूल मंत्र(शिक्षित बनो,संगठित रहो, संघर्ष करो) को भी बताया गया । इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बहुजन समाज पार्टी के मंडल प्रभारी अरविंद कुमार , व जिला अध्यक्ष विनोद चौहान , जिला पंचायत सदस्य अर्जुन कुमार उपस्थित हुए । उपस्थित पदाधिकारीयों ने युवा भीम दल समिति के कार्यकर्ताओं को इसी तरह अपने समाज के लोगों को जागरूक करने व संगठित करने का निर्देशक देते हुए उनकी समस्याओं में कदम से कदम मिलाकर चलने का और साथ देने को कहा। इस अवसर पर ग्रामीण लोगों ने फिर सामूहिक रूप से बैठकर अपने समाज के हित में विचार विमर्श किया । इस कार्यक्रम में युवा भीम दल समिति के कार्यकर्ता लक्ष्मण कुमार, अभिषेक, बिजुली , संतविजय जायसवार, रवि ,अमित , संदीप आदि लोग उपस्थित रहे। सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत थाना अध्यक्ष बिलरियागंज सुनील दुबे मय हमराह पूरे क्षेत्र में चक्रमण करते रहे। हर जगह पुलिस मुस्तैद रही।