ऑपरेशन कब्जा मुक्ति से सुलझे वर्षों पुराने मामले, हजारों लोगों को मिले आवागमन के नए मार्ग। 

 

विनय मिश्र, जिला संवाददाता।

देवरिया।

ऑपरेशन कब्जामुक्ति अभियान न केवल भूमि को कब्जामुक्त करने में सफल रहा, बल्कि जनता के सहयोग से वर्षों पुराने विवादों और अव्यवस्थाओं को भी समाप्त कर ग्रामीणों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा है।

तहसील भाटपाररानी के राजस्व ग्राम रघुनाथपुर में स्थित चकमार्ग संख्या 184 से अतिक्रमण हटाया गया। इस कार्रवाई से ग्राम कोढिलवा, धरहनिया, रुस्तम बहियारी एवं सुकवा की लगभग 10,000 की आबादी को सलेमपुर–मै़रवा मुख्य मार्ग से जोड़ने का मार्ग सुलभ हो गया। साथ ही, स्थानीय लोगों के लिए सोहगरा धाम की दूरी भी कम हो गई, जिसका लाभ हजारों श्रद्धालुओं को मिलेगा।

सलेमपुर तहसील के राजस्व ग्राम पुरैना में चकमार्ग गाटा संख्या 240 पर लगभग 70 वर्षों से चले आ रहे अवैध कब्जे को जनसहयोग से हटाया गया। यह मार्ग पुरैना, जमुआ, जमई और पातालपुर कोल्हुआ गांवों को सीधे देवरिया–सलेमपुर बाईपास से जोड़ेगा।

ग्राम खरदहा घनश्याम के गाटा संख्या 127 पर चकबंदी से पूर्व का अवैध कब्जा भी हटाया गया। इससे क्षेत्र के पांच गांवों की लगभग 7,000 की आबादी को मुख्य मार्ग से जोड़ने की सुविधा प्राप्त हुई। वहीं, पिंडी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को जोड़ने वाले चकमार्ग से भी कब्जा हटाया गया, जिससे इलाज हेतु जाने वाले लोगों को सुगमता होगी।

रुद्रपुर तहसील के ग्राम विट्ठलपुर में चकमार्ग गाटा संख्या 190, 204, 210 और 225 पर जोत के रूप में वर्षों से कब्जा था, जिसे कब्जेदारों द्वारा स्वप्रेरणा से खाली कराया गया। इससे विट्ठलपुर, मठिया, भरोहिया एवं सोनबरसा गांवों के लिए वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध हो गया, जिससे लगभग 3,500 लोग लाभान्वित होंगे।

ग्राम बांकी सिंगही के गाटा संख्या 743 पर स्थित चकमार्ग से भी अवैध कब्जा हटाया गया। इस मार्ग के साथ-साथ भूमिगत नाली का भी निर्माण कराया गया, जिससे आवागमन व जल निकासी की वर्षों पुरानी समस्या का समाधान हो गया।

बरहज तहसील के ग्राम बनकटिया में गाटा संख्या 37 का चकमार्ग चकबंदी के समय से ही कब्जे में था। इस कब्जामुक्ति से मिर्जापुर, खेरिया और मोहांव के लगभग 4,500 लोग लाभान्वित हुए हैं तथा विद्यालय का आवागमन भी सुचारु हो गया है।

देवरिया तहसील के ग्राम चरियांव बुजुर्ग में चकमार्ग गाटा संख्या 740 पर जोत के रूप में कब्जा था। वहां पिछले 12 वर्षों से सीमांकन को लेकर विवाद चल रहा था। जनसहयोग से मार्ग को कब्जामुक्त कर विशुनपुरा व चरियांव बुजुर्ग के लगभग 1,500 लोग गौरी बाजार–हाटा मुख्य मार्ग से जुड़ सकेंगे। साथ ही सीमांकन विवाद भी आपसी सहमति से समाप्त हो गया।

भाटपाररानी तहसील के ग्राम बंगरा में खलिहान की भूमि से अतिक्रमण हटाया गया। इस कार्रवाई से लगभग 1,500 लोगों को लाभ मिलेगा। स्थानीय जनता इस भूमि का उपयोग वैवाहिक या सामुदायिक कार्यक्रमों के लिए कर सकेगी।

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