आजमगढ़:इंद्रदेव हुए कुपीत किसानों की मेहनत पर फिरा पानी किसान अपनी व्यथा किससे कहे

Indradev became angry; the hard work of the farmers went waste. Whom should the farmers tell their problems to?

बबलू राय

बलरामपुर/आजमगढ़:

आजमगढ़ जनपद में बृहस्पतिवार की रात से ही आंधी तूफान शुरू हो गया। दिन में 12:00 बजते बजते इंद्र भगवान ने अपनी लीला शुरू कर दी और किसानों के माथे पर पसीना शुरू हो गया। किसान अपनी व्यथा किससे कहें किसानों की सारी रकम खेत में पड़ी है अभी तक केवल 10% लोग ही गेहूं की कटाई मडाही करा पाए थे। किसानों की सारी मेहनत पर पानी फिर गया। मौसम विभाग ने एलर्ट भी किया था जिसको देखते हुए किसान दिन-रात एक करके गेहूं की कटाई मडाई में लगे थे लेकिन इंद्रदेव के ऊपर किसी का बस नहीं चला। कुछ किसानों ने खेत में गेहूं की फसल को काट कर छोड़ा था तो कुछ ने बोझ बांध कर छोड़ा था लेकिन इंद्रदेव को जरा भी रहम नहीं आई। इस मौसम से किसानों के फसलों की कटाई मडाई अब 10 दिन पीछे हो गई। गेहूं के दाने भी काले पड़ जाएंगे जिससे किसानों को गेहूं के अच्छे रेट नहीं मिल पाएंगे। किसानों का खाद बीज और ट्रैक्टर की जुताई तथा पानी का पैसा भी गेहूं बेचकर उसी के पैसे से भरना पड़ता है। इस मामले को लेकर किसानों में भारी चिन्ता बनी हुई है।

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