अपर जिलाधिकारी प्रशासन की अध्यक्षता में ग्राम आपदा प्रबंधन योजना निर्माण विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न
Training program on the subject of preparation of village disaster management plan concluded under the chairmanship of Additional District Magistrate Administration
आजमगढ़ 09 अप्रैल: जिलाधिकारी महोदय के निर्देश के क्रम में अपर जिलाधिकारी प्रशासन राहुल विश्वकर्मा की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में ग्राम आपदा प्रबंधन योजना निर्माण विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
अपर जिलाधिकारी प्रशासन द्वारा बताया गया कि समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन एक प्रक्रिया है, जिसमें खतरे वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोग जिन्हें प्रथम प्रत्युत्तरदाता कहते हैं, को सक्रिय रूप से खतरा पहचानना, विश्लेषण करना, निवारण करने, अनुश्रवण व मूल्यांकन के क्षेत्र में शामिल किया जाता है, जिससे कि उनकी क्षमता बढ़ जाए, व नाजुकताएं घट जाए। साथ ही उन्होंने उपस्थित लोगों को निर्देशित करते हुए कहा कि ग्राम आपदा प्रबंधन योजना अत्यंत आवश्यक है, जिससे प्रत्येक स्तर पर हमें संबंधित गांव के आंकड़े प्राप्त होने की दशा में यदि आपदा की स्थिति उत्पन्न होती है तो हम त्वरित कार्रवाई करने में सक्षम रहेंगे। इसलिए यह आवश्यक है कि प्रत्येक गांव की आपदा प्रबंधन योजना तैयार कर ली जाए तथा गठित समिति का आपदाओं से बचाव हेतु प्रशिक्षण कराया जाए।
आपदा विशेषज्ञ डॉ0 चंदन कुमार ने प्रशिक्षण के अन्तर्गत बताया कि प्रशिक्षण का उद्देश्य आपदा प्रबंधन योजनाओं के निर्माण के तहत संसाधनों एवं जोखिम संबंधी सूचनाओं के द्वारा समिति का निर्माण कर समुदाय में स्वयं सेवकों का चयन कर उन्हें विभिन्न प्रकार के कार्यदलो में विभक्त कर लिया जाता है, जिससे उन्हें अपने-अपने दायित्वों का पूर्व से ही पता रहता है। आपदा आने पर यह सभी स्वयंसेवक त्वरित गति से बिना समय व्यस्त किए निपुणता पूर्वक अपने-अपने कार्यों में लग जाते हैं, जिससे क्षति कम होती है। उन्होने बताया कि यह आवश्यक है कि ग्राम आपदा प्रबंधन योजना का निर्माण सभी स्तरों पर किया जाए, ताकि हम किसी भी प्रकृति या मानव जनित आपदा का आपसी सहयोग से मुकाबला करने हेतु तैयार रहे है। ग्राम पंचायत में वहां की क्षमता क्या है और नाजुकता क्या है, इसके बारे में भी विस्तृत चर्चा की गई, जिससे आपदा के समय में क्षमताओं का उपयोग करके आपदा से होने वाली क्षति को न्यून किया जा सकता है। इसके साथ ही आपदा विशेषज्ञ डॉ0 चंदन कुमार ने हीट वेव से बचाव के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी से सभी को अवगत कराया।जनपद के समस्त खंड विकास अधिकारी, तहसीलदार, जिला कृषि अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं संबंधित विभागों के अधिकारी रहे