8 लाख के घोटाले की जांच के बाद सहायक स्वास्थ्य अधिकारी एवं एक अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज

जबलपुर:जबलपुर आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने 2014 में हुए कचरा घोटाले का खुलासा करते हुए नगर निगम में पदस्थ स्वास्थ्य अधिकारी, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी एवं एक अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इन अधिकारियों ने मिलकर लाखों का न सिर्फ कचरा घोटाला किया, बल्कि फर्जी दस्तावेज बनाकर 800000 रुपए अधिक भुगतान भी कर लिया। तत्कालीन csi के के दुबे के शिकायत पर तत्कालीन कमिश्नर वेद प्रकाश ने पहले तो दोनों ही अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित किया और उसके बाद फिर मामले की जांच eow ने शुरू की। प्रारंभिक जांच में पता चला कि संभागीय वार्ड क्रमांक 8 में कचरा परिवहन के नाम पर 14 लाख 70000 रुपए का बिल विभाग ने प्रस्तुत कर दिया जबकि नोट शीट में सिर्फ 6 लाख ₹4000 के भुगतान की अनुशंसा की गई थी। 2014 में की गई शिकायत के संबंध में उप पुलिस पुलिस अधीक्षक मनजीत सिंह ने बताया कि टाइप सुधार नोट शीट में पड़ताल की गई, तो जानकारी मिली कि फर्जी दस्तावेज तैयार करके नगर निगम से भुगतान प्राप्त किया गया था। जांच के दौरान तत्कालीन स्वास्थ्य अधिकारी विनोद श्रीवास्तव सहायक स्वास्थ्य अधिकारी अनिल जैन एवं नेताजी सुभाष चंद्र बोस सफाई कामगार सहकारी समिति के अध्यक्ष हेमंत कारसे खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

जबलपुर से वाजिद खान की रिपोर्ट

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