डेलबर आर्या की नजर में होली: रंग, संस्कृति और जुड़ाव का उत्सव
मुंबई:भारत एक ऐसा देश है जो अपनी रंगीन संस्कृति, समृद्ध परंपराओं और भव्य त्योहारों के लिए जाना जाता है। इन्हीं त्योहारों में से एक है होली, जो रंगों, संगीत और साथ मिलकर खुशियां मनाने का प्रतीक है। जर्मनी में जन्मी और भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बना चुकीं डेलबर आर्या के लिए होली सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि एक खूबसूरत अहसास है। यह रंगों और मेल-जोल का ऐसा संगम है, जिससे वह गहराई से जुड़ा हुआ महसूस करती हैं।
भारत में कई साल बिताने के बाद, दिलबर ने यहां की परंपराओं को दिल से अपनाया है। अपनी शानदार अदाकारी और स्क्रीन प्रेजेंस के लिए मशहूर दिलबर को होली से खास लगाव है, क्योंकि यह त्योहार उनकी खुशमिजाज और जोश से भरी हुई शख्सियत को दर्शाता है।
“होली सिर्फ रंगों का नहीं, बल्कि खुशी, प्यार और एकता का भी त्योहार है। अपनों को रंगों से सराबोर करना और ढोल की धुन पर झूमना एक जादुई एहसास है,” डेलबर कहती हैं। “इस त्योहार में भारत की आत्मा बसती है। एक तरह से देखें तो होली हमारी ज़िंदगी की तरह ही है—अनपेक्षित, रंग-बिरंगी और हर पल नए सरप्राइज़ से भरी हुई!”
डेलबर को ऑर्गेनिक रंगों से खेलना, ठंडाई और होली के खास पकवानों का स्वाद लेना बहुत पसंद है। जैसे-जैसे वह भारतीय एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में आगे बढ़ रही हैं, वैसे-वैसे भारतीय संस्कृति और यहां के त्योहारों के प्रति उनका प्यार और भी गहरा होता जा रहा है।
इस होली, डेलबर आर्या सभी से जिम्मेदारी से होली मनाने, खुशियां बांटने और पॉज़िटिविटी फैलाने की अपील करती हैं। उनका उत्साह से भरा व्यक्तित्व और भारतीय परंपराओं के प्रति सम्मान यह साबित करता है कि होली का यह रंगों भरा त्योहार सरहदों से भी परे है।