पवित्र माह-ए-रमजान का दिखाई दिया चांद

चांद दिखने के बाद शुरू हुआ इबादतों का दौर 

 

रिपोर्ट अशरफ संजरी

भदोही। पवित्र माह-ए-रमजान का शनिवार की शाम चांद दिखाई दिया। ऐसे में रविवार से मुस्लिम बंधु रोजा रखेंगे। हालांकि चांद दिखने के बाद से ही इबादतों का दौर शुरू हो गया। लोगों ने मस्जिदों में पहुंचकर विशेष नमाज-ए-तरावीह अदा की।

रमजान का महीना मुस्लिम समुदाय के लिए बहुत पाक यानी पवित्र माना जाता है और इस पूरे महीने में रोजा रखते हैं। रोजा शुरू करने से पहले सेहरी और रोजा खोलने के लिए इफ्तार किया जाता है। रमजान इस्लामी कैलेंडर का नवां महीना होता है और इसकी शुरुआत चांद दिखने के बाद होती है। इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार इस पाक महीने में पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब स.अ. को अल्लाह से कुरआन की आयतें मिली थी। इस लिए मुस्लिम धर्म में इस महीने को बहुत ही पवित्र माना जाता है। रमजान माह के 30 दिन के रोजे को तीन असरों में बाटा गया है। पहले 10 दिन को रहमत, दूसरे 10 दिन को बरकत और अंतिम 10 दिन के रोजा को मगफिरत का असरा कहा जाता है। शनिवार को बाजारों में काफी भीड़ भाड़ रही। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बाजारों में पहुंचकर सेहरी और इफ्तार में इस्तेमाल किए जाने वाले सामानों की खरीदारी की। सबसे अधिक भीड़-भाड़ खजूर के दुकानों पर देखी गई। जहां पर दुकानदार द्वारा अपने दुकान पर तमाम प्रकार के खजूर की बेराईटी को बिक्री के लिए रखा गया है। लोगों द्वारा अपने पसंद के हिसाब से खजूर की खरीदारी की। इसके साथ ही सेहरी के लिए लोगों ने दूध व ब्रेड आदि को भी खरीदा। रमजान महीने की आमद की खुशी में लोगों द्वारा नगर के तमाम मस्जिदों को झालरों से सजाया गया है। मुस्लिम मोहल्लों में रमजान को लेकर देर रात तक काफी चहल-पहल रहीं।

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