जी20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन में भूख और गरीबी के खिलाफ लड़ाई पर चर्चा
Discussion on the fight against hunger and poverty at the G20 Parliamentary Presidents' Summit
नई दिल्ली: भारत, जी20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन (पी20) में शिरकत करेगा। यहां इस सम्मेलन के दौरान जी20 देशों के सांसद ‘भूख, गरीबी और असमानता के खिलाफ लड़ाई में संसदों के योगदान पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा ‘सतत विकास को बढ़ावा देने में संसदों की भूमिका’, ‘21वीं सदी की चुनौतियों के अनुकूल वैश्विक शासन के प्रबंधन में संसद’ सहित कई अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर इस सम्मेलन में बहस और चर्चा की जाएगी।
यह शिखर सम्मेलन 6 से 8 नवंबर तक ब्राजील के ब्रासीलिया में आयोजित होने जा रहा है। वर्तमान में भारत को जी 20 राष्ट्र समूह के एक सर्वाधिक सक्रिय सहयोगी के रूप में देखा जा रहा है। जी20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल में कई महत्वपूर्ण लोगों को शामिल किया गया है। राज्यसभा सचिवालय के मुताबिक ब्राजील के ब्रासीलिया में आयोजित होने जा रहे जी20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश करेंगे।
दसवें पी20 शिखर सम्मेलन में “एक न्याययुक्त विश्व और एक धारणीय ग्रह के लिए संसद” के आदर्श वाक्य के तहत बहस होगी। इसके अलावा इस सम्मेलन के दौरान विचारों के आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया जाएगा।
राज्यसभा सचिवालय ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि इसमें अन्य लोगों के साथ-साथ राज्यसभा सदस्य मनोज कुमार झा, राज्यसभा के महासचिव पीसी. मोदी और लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह शामिल होंगे।
राज्यसभा सचिवालय का कहना है चूंकि संसदें जी20 के अधिदेश को पूरा करने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं, इसलिए 2018 के शिखर सम्मेलन में पी20 की स्थापना की गई थी। यह संसदों के अध्यक्षों के लिए चर्चा करने और जी-20 निर्णयों के कार्यान्वयन में संसदीय योगदान प्रदान करने के लिए संभावना तलाशने का एक मंच है।
शिखर सम्मेलन में इस बार विशेष रूप से एक न्याययुक्त विश्व और एक धारणीय ग्रह के लिए संसद जैसे विषय को बहस के लिए चुना गया है। इस विषय पर संबंधित राष्ट्रों के संसदीय अध्यक्ष विश्व के समक्ष अपने विचार और सुझाव रखेंगे।