आजमगढ़:क्यों नहीं होंगे थानाध्यक्ष बदनाम,जब हल्का के सिपाही ही करेंगे ऐसा काम
रिपोर्ट: रोशन लाल
आजमगढ़
आजमगढ़ जिला के तरवां थाना क्षेत्र के ठाटा ऊचहुंआ गांव निवासी एक युवक की छेड़खानी के आरोप मे एक पखवारा पूर्व पिटाई हुई थी।परिजनों का आरोप है कि उसकी पिटाई एक महिला के कहने पर तरवा थाना की पुलिस ने किया था।जिससे आहत होकर आरोपित युवक ने फांसी लागा लिया । किन्तु परिजन किसी तरह से उसे बचाकर उसका उपचार कराने लगे इसी बीच रविवार की सुबह घायल की ब्यक्ति की इलाज के दौरान राजकीय मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई। परिजन तरवां थाना पुलिस पर ही मारने-पीटने का आरोप लगा रहे हैं।
गनीमत तो इस बत की थी कि परिजनों ने उपरोक्त आरोप एस ओ पर नहीं लगाया जिससे वह बाल बाल बच गये फ़िरभी दो आरोपित पुलिस की करतूत से थाना की किर किरी तो होही गई।फ़िरभी इस बाबत एसपी को भी मृतक के पुत्र ने पत्रक दिया था।मौत की सूचना पर तरवां पुलिस शव पोस्टमार्टम के लिए भेजने पहुंची तो परिजन शव देने से इंकार कर दिए। समाचार लिखे जाने तक एसडीएम, सीओ समेत कई थानों की फोर्स मौके पर जुटी थी। ठाटा ऊंचहुंआ गांव निवासी शोभनाथ चौहान की बीते सात जनवरी की रात पिटाई हुई थी। गंभीर चोट के चलते वह बेहोश हो गया था। परिजन उसे पहले राजकीय मेडिकल कालेज ले गए। जहां से जिला अस्पताल में कुछ दिनों तक इलाज कराया। इसके बाद उसे प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां भी जवाब देने पर परिजन उसे पुनरू राजकीय मेडिकल कालेज में भर्ती कराए। जहां इलाज के दौरान रविवार की सुबह शोभनाथ की मौत हो गई।परिजनों का आरोप है कि एक महिला की शिकायत पर पहुंची तरवां थाना पुलिस के सिपाहियों ने ही शोभनाथ की पिटाई की थी। थाने पर शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो एसपी को भी पीड़ित के पुत्र धीरज चौहान ने पत्रक दिया था। युवक की मौत के बाद परिजन शव लेकर घर चले गए। मौत की सूचना पर तरवां थाना पुलिस मृतक के घर पहुंची तो परिजन शव देने से इंकार कर दिया। परिजन पहले दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। इसके बाद मौके पर कई थानों की फोर्स के साथ ही सीओ हितेंद्र कृष्ण, मेहनगर उप जिलाधिकारी रामानुज शुक्ला व एसडीएम लालगंज सुरेंद्र नाथ त्रिपाठी भी पहुंच गए। परिजनों को समझाने की कवायद चलती रही।एसओ तरवां राम प्रसाद बिंद ने बताया कि पुलिस ने युवक की पिटाई नहीं किया है। बीते सात जनवरी को वह एक महिला के घर में घुस गया था। जिस पर महिला ने उसके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया था। जिसकी आत्मग्लानि में उसने फांसी लगा कर आत्महत्या का प्रयास किया। परिजन उसे फंदे से उतार कर इलाज के लिए ले गए और रविवार की सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।