मेरी जमीन को मंदिर बनाने के लिये मांगा गया परंतु मैं अपनी जमीन पर मंदिर नहीं ज्ञान मंदिर बनाया -सुरेश (दादा) पाटील
हिंद एकता टाइम्स भिवंडी
रवि तिवारी
भिवंडी – ठाणे जिला के लोकप्रिय नेता व वरिष्ठ समाज सेवक आगरी समाज के सहकार भूषण, शिक्षण योगी, महाराष्ट्र शासन व्दारा गौरव प्राप्त किसान गजानन पांडुरंग पाटील अण्णा साहेब के १०१ वीं जयंती पर कोनगांव स्थित गजानन पांडुरंग पाटील महाविद्यालय सभागृह में एक शानदार कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। महाविद्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष सुरेश दादा पाटील ने की।इस अवसर पर सूर्योदय महाविद्यालय के संस्थापक तथा पुर्व जिला परिषद सदस्य.वसंत रामचंद्र पाटील (निलजे), दैनिक स्वराज्य तोरण के संपादक डॉ.श्री.किशोर बलीराम पाटील, दौड़ प्रतियोगिता के वरिष्ठ खिलाडी़.एकनाथ रघुनाथ पाटील, प्राध्यापक श्रीराम पाटील, ठाणे जिला मजदूर फेडरेशन के संचालक विजयानंद (बालू)पाटील, डॉ, विनोद पाटिल भरत जाधव, महाविद्यालय के प्राचार्य, प्राध्यापक वर्ग व ग्रामीण भारी संख्या में उपस्थित थे।
इसकार्यक्रम में भावात्मक गीत कुमारी मानसी दिनेश मुकादम व्दारा प
रस्तुत करते हुए लोगों का मन मोह लिया। मुंबई विद्यापीठ कुस्ती स्पर्धा में सुवर्णपदक व रौप्य पदक जीतने वाले गजानन पांडुरंग पाटील महाविद्यालय के विद्यार्थियों का विशेष सन्मान व सत्कार उपस्थित मे़हमानो के हांथों ककिया गया। अण्णां ने मूझे पहले बोल दिया था कि मे़रे जाने के बाद कहीं भी मेरा पुतला नहीं बनाना मात्र समाज के प्रति समर्पण भावना के साथ काम करते रहना अपने आप मे़रा और मेरे परिवार तथा मेरे समाज का नाम होगा। अण्णां के समय नारू नामक रोग की महामारी आई थी। उस वक्त अण्णां ने जो संघर्ष किया आज भी लोग याद करते हैं। रोग आने के कारण (गाल) कचरा व अशुद्ध पानी से होने वाले इस रोग से समाज को जागृत किया। गरीबों की सेवा समाज की सेवा, शिक्षा, युवाओं को देश प्रेम, माता, पिता, गुरु, का आदर आदि कार्य करने की प्रेरणा मिली है। गांव के कुछ लोग मेरी जमीन पर मंदिर बनाने के लिये आये थे। परंतु मैंने उस जमीन को नहीं दिया। और मैने ज्ञान मंदिर (विद्यालय) बनाया और अण्णा साहेब को सच्ची आदरांजली मैने दी। इस अवसर पर सूर्योदय महाविद्यालय के संस्थापक तथा पुर्व जिला परिषद सदस्य वसंत दादा पाटील महाविद्यालय सदस्य विजयानंद बालू पाटील, प्राचार्य वकील प्राध्यापक,सभी सहभागी रहे, इस कार्यक्रम का नियोजन,कलानिकेतन शिवगर्जना मंडल कोन, जागृती महिला मंडल कोन, बौद्ध जागृती मंडल कोन , जेष्ठ नागरिक सेवा समिती कोन,व गजानन पांडुरंग पाटील कला, विज्ञान व वाणिज्य महाविद्यालय कोन गांव व्दारा किया गया ।