मलेरिया से लड़ने में सोशल मीडिया भी बनेगा बड़ा हथियार
रिपोर्टर कंचन सिंह
बलिया ब्यूरो
जिले में मलेरिया के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए विभाग ने कमर कस ली है। 30 जून तक एंटी मलेरिया माह चलेगा, जिसमें आशा कार्यकर्ताओं को बुखार रोगियों का सर्वे करने के निर्देश दिए गए हैं। सोशल मीडिया के जरिए भी मलेरिया के बारे में जागरूक किया जाएगा।
जिला मलेरिया अधिकारी सुनील कुमार यादव ने सभी सीएचसी और पीएचसी को एंटी मलेरिया माह मनाने के लिए पत्र भेज दिया है। आशा, एएनएम सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी मलेरिया के बारे में लोगों को जागरूक करेंगे। मलेरिया एनेफिलीज मच्छर के काटने से होता है। यह मच्छर साफ पानी में पनपते हैं और सूर्यास्त के बाद काटते हैं।
इसके अलावा बुखार से ग्रसित 10 प्रतिशत मरीजों की मलेरिया जांच अनिवार्य कर दी है। साथ ही सभी गर्भवती महिलाओं की मलेरिया जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा गांवों में बैठक, चौपाल, रैली, पंपलेट वितरण, रेडियो, सोशल मीडिया, नुक्कड़ नाटक आदि के जरिए जागरूक किया जाएगा। सोशल मीडिया के माध्यम से हर रविवार मच्छर पर वार, लार्वा पर प्रहार डेंगू मलेरिया का संहार, बुखार में देरी पड़ेगी भारी आदि संदेशों भेजकर जागरूक करेंगे।
मलेरिया के लक्षण
सिर में तेज दर्द होना
उल्टी आना
तेज बुखार और ठंड लगना
हाथ व पैर में ऐंठन होना
थकान व कमजोरी महसूस होना
घबराहट व बेचैनी होना
ऐसे करें बचाव
घर के आसपास कभी भी पानी एकत्र न होने दें
कूलर के पानी को नियमित रूप से बदलें
घर के फर्श और आसपास फिनायल से सफाई करें
रात को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें
बारिश के दिनों में पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें