उत्तर प्रदेश में अब भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने का काम करेगी सचिवालय ऑफिसर डेस्क प्रणाली
रिपोर्ट: मोहम्मद राजिक शेख
The Uttar Pradesh government has decided to implement Secretariat Officer Desk system in departments with the aim of curbing corruption and implementing government schemes without delay.
उत्तर प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने और सरकारी योजनाओं को बगैर देरी लागू करने के मकसद से विभागों में सचिवालय ऑफिसर डेस्क प्रणाली लागू करने का निर्णय लिया है।आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को बताया कि सरकारी कामकाज में तेजी लाने, समयबद्ध निस्तारण और पारदर्शिता के लिए विभागों में सचिवालय डेस्क ऑफिसर प्रणाली लागू करने का निर्णय किया है।इससे जहां फाइलों का तेज़ निस्तारण होगा, वहीं भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी। साथ ही सरकार की योजनाओं को बिना देरी के लागू किया जा सकेगा। इसका सीधा फायदा प्रदेश की जनता को मिलेगा।उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार के 40 मंत्रालयों में 623 डेस्क इकाई स्थापित की गयी है। डेस्क ऑफिसर प्रणाली के तहत एक अनु सचिव या वरिष्ठ अनुभाग अधिकारी डेस्क से जुड़ी जिम्मेदारियों की प्रकृति के आधार पर डेस्क अधिकारी के रूप में कार्य करता है।सूत्रों ने बताया कि सचिवालय में लागू की जा रही डेस्क ऑफिसर प्रणाली का मकसद सचिवालय स्तर पर विभागों में नियामक कार्यो का त्वरित एवं समयबद्ध निस्तारण करना है। यह प्रणाली ऑफिसर ओरिएंटेड है। इसके जरिये सचिवालय स्तर पर स्थित विभागों में अनुभागों के माध्यम से उच्चाधिकारियों तक पत्रावली प्रस्तुतिकरण के दौरान त्वरित कार्य निस्तारण में देरी की संभावना को समाप्त करना है।ऐसे में सचिवालय स्तर पर विभागों में नियामक कार्यों (रेग्युलेटरी वर्क) के त्वरित एवं समयबद्ध निस्तारण के लिए सचिवालय स्तर पर स्थित विभागों में एक-एक डेस्क इकाई गठित की जाएगी। इसके लिए विभागों से सुझाव मांगे गये थे। इस पर सचिवालय के बीस विभागों द्वारा अपने विभाग में डेस्क ऑफिसर प्रणाली लागू करने पर सहमति दी गयी, जहां पर इसे जल्द लागू कर दिया जाएगा।उन्होने बताया कि सचिवालय स्तर के विभाग में डेस्क ऑफिसर प्रणाली के तहत हर डेस्क इकाई में एक विशेष सचिव, संयुक्त सचिव, निजी सचिव और अपर निजी सचिव की तैनाती की जाएगी। विभिन्न विभागों में कुछ ऐसे कार्य होंगे जो निश्चित रूप से नियामक कार्य (रेग्युलेटरी वर्क) होंगे। ऐसे में डेस्क ऑफिसर प्रणाली लागू करने के लिए सबसे पहले विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों को सामान्य (रुटीन) एवं नियामक कार्यों (रेग्युलेटरी वर्क) में विभाजित करना होगा। इसको लेकर सचिवालय के कई विभागों ने सहमति दे दी है। वहीं पहले चरण में सचिवालय के 20 विभागों में डेस्क इकाई का गठन कर डेस्क ऑफिसर प्रणाली को लागू किया जाएगा।