घोसी कोतवाली पुलिस द्वारा फर्जी लूट की सूचना देकर रुपया हड़पने वाला ड्राइवर प्रेमसागर यादव।
रिर्पोट: अशोक श्रीवास्तव
घोसी कोतवाली पुलिस ने 12घण्टे के अन्दर किया लूट का पर्दाफाश, निकला फर्जी घोसी कोतवाली के फोरलेन बाइपास पर पकड़ीमोड़ किनारे स्थित एक मजार के पास बड़हलगंज के व्यापारी के डीसीएम ट्रक के चालक से रविवार की देर शाम हुई छिनैती का पुलिस ने एसपी के निर्देश पर त्वरित कार्यवाही करते हुए 12घण्टे के अंदर पर्दाफाश कर सम्बंधित ड्राइवर के पास से रुपया बरामद कर लिया जानकारी के अनुसार बड़हलगंज निवासी गल्लाव्यापारी का ड्राइवर प्रेमसागर व्यापारी निवासी मसीरपुर आज़मगढ़ के डीसीएम पर खाद्य तेल लाद कर नदवासराय स्थित एक केराना के दुकानदार के यहां उतारकर और व्यापारी से रु 3लाख10 हजार लेकर बड़हलगंज के लिए निकल पड़ा।रविवार की देर शाम को घोसी नगर के एक व्यापारी के यहा आकर बताया कि नदवासराय से डीसीएम ट्रक लेकर जब गोरखपुरफोरलेन से बड़हलगंज के लिए चला तो एक किलोमीटर आगे जाने पर सड़क किनारे एक मजार के पास दो युवक जो कपड़ा से मुंह ढके थे।गाड़ी के आगे आकर ट्रक रुकवा कर मुझे पिडवल मोड़ पर एक्सीडेंट की बात कर मारते हुए अपनी मोटरसाइकिल पर बैठा कर और मेरी मोबाइल और पैकेट में रखे कुछ रुपये छीन कर पिडवल मोड़ उतार कर चले गए।किसी तरह से आप की दुकान पर आया हु।मालिक को फोन कर दीजिए।फार्म की मालिक को सूचना कर लोग उसको ट्रक के पास लेकर गए।ड्राइवर ने बताया कि गाड़ी के केबिन में रखा तगादा का रुपया3.10लाख गायब मिला।सूचना पाते ही कोतवाली पुलिस सक्रिय हो गई। कोतवाल अनिलचन्द्र तिवारी ने घटना की जानकारी एसपी अविनाश पाण्डेय के साथ सीओ शीतला प्रसाद पाण्डेय को सूचना देने के साथ उनके निर्देश पर त्वरित कार्यवाही करते हुए एसएसआई संतोष यादव को घटनास्थल पर पहुचने का निर्देश देने के साथ जानकारी में जुट गए।घटनास्थल पर पहुंचे एसएसआई संतोष यादव ने जब ड्राइवर से घटना की जानकारी लेने के साथ घटनास्थल की जांच किया तो ब्रेक लेने पर टायर के निशान नही मिले।मामला संदिग्ध होन पर जब ड्राइवर को कोतवाली लाकर सीओ एवं कोतवाल ने पूछताछ किया गया तो पुलिस को घूमता रहा। कड़ाई से पूछताछ किया तो ड्राइवर ने बताया कि रुपया मेरे पास है।पुलिस ने ड्राइवर के द्वारा बताए गए स्थान से रुपया बरामद कर फर्जी घटना का बहुत जल्द पर्दाफाश कर दिया।इस सम्बंध में सीओ शीतलता प्रसाद पाण्डेय ने बताया कि कोतवाल अनिलचन्द्र तिवारी एवं एसएसआई संतोष यादव के साथ मैं स्वयं पर्दाफाश में लग गया।ड्राइवर ने बहुत घुमाने का प्रयास किया।परंतु भोर में स्वीकार कर लिया कि लूट का रुपया उसके पास है।पुलिस टीम बधाई की पात्र है।