8 वर्षीय बच्ची फांसी के फंदे से झूलकर दी अपनी जान
छत से टीन को हटाकर सीढ़ी के जरिए कमरे के अंदर पहुंची पुलिस ने फंदे से शव को उतारकर बाहर निकाला
रिपोर्ट अशरफ संजरी
भदोही। स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के सर्रोई गांव में स्थित एक किराए के कमरे में रह रहे परिवार की 8 वर्षीय बच्ची साड़ी के सहारे फांसी के फंदे से झूल गई। जिसके चलते बच्ची की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जनपद मिर्जापुर के कछवा निवासी राम सागर सरोज
सर्रोई गांव में एक टीन शेड वाले कमरे को किराए पर लेकर अपनी पत्नी व बच्चों के साथ रहते हैं। जो गांव में ही मजदूरी करने का काम करते हैं। सुबह के लगभग 9 बजे राम सागर सरोज व उनकी पत्नी मजदूरी करने के लिए घर से निकल गए। घर में 8 वर्षीय रिया के अलावा तीन बच्चे और हैं। बिंदिया 13 वर्ष, नंदिनी 6 वर्ष और शिवा उम्र 4 वर्ष ने बताया कि वह लोग बाहर निकल कर खेलने लगे। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद हो गया। रिया ने कैसे फांसी लगाया कमरे में खेल-खेल में लगाया या धोखे से फांसी लग गया। यह फिलहाल किसी को भी नहीं पता चल सका। जब बच्चे दरवाजा खोलवाने का प्रयास किया और वह नहीं खुला तो नंदिनी ने अपने पिता को फोन करके बुलाया। राम सागर घर पहुंचे और कमरे के पीछे लगे खिड़की से झांककर देखा तो रिया अपनी मां की साड़ी के सहारे फांसी के फंदे से झूल रही थी। वह मंजर देख पिता सन्न रह गए। रिया के फांसी लगाने की बात से माता-पिता के साथ ही साथ भाई-बहन रोने बिलखने लगें। जानकारी होते ही मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ लग गई। ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस कमरे के टीन को हटाकर सीढ़ी के जरिए अंदर गई। फंदे से शव को उतार बाहर निकाला गया।
पुलिस घटना के संबंध में जांच पड़ताल में जुटी रही। वहीं शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था।