मत्स्यजीवी सहकारी समितियों के उत्थान व समस्या समाधान को लेकर हुआ सर्वे ,
तालाबों के पट्टे में मछुआरों की हो रही हकमारी ,
रिपोर्ट विनय मिश्रा
देवरिया।
बरहज, देवरिया I भारत सरकार के मत्स्य मंत्रालय द्वारा एफएफपीओ एवं मत्स्यजीवी सहकारी समितियों के कार्यों में आ रही कठिनाई व समस्याओं, व्यवसाय और आमदनी को बढ़ावा देने एवं उनकी उन्नति व विकास को लेकर सर्वे कराया जा रहा है I एसएफएससी की टीम देवरिया में सर्वे करने को आई हुई है, जिसके परिपेक्ष्य में रविवार को बरहज तहसील के पैना व फतेहपुर स्थित मत्स्यजीवी समिति, बरहज स्थित मत्स्यजीवी फ़ीस फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड का सर्वे किया गया I
स्टेट को-आर्डिनेटर अंशुमान धनगर ने समीतियों के पदाधिकारी एवं सदस्यों से रूबरू होते हुए उनकी समस्याओं को नोट किया I इस अवसर पर लोगों ने समीतियों में धन का अभाव होने, तालाब व पोखरी के पट्टे को लेकर मछुआरों के भागीदारी व अधिकारों का हनन किये जाने , पोखरियों के पट्टे व नीलामी में दबंगों का हस्तक्षेप होने, मत्स्य विभाग से समुचित सहयोग नहीं मिलने, मत्स्यकीय योजनाओं का प्रचार-प्रसार नहीं होने एवं स्थानीय स्तर पर प्रशासन का भी सहयोग नहीं मिलने की बात उठाई I इस अवसर पर मत्स्यजीवी एफएफपीसी के चेयरमैन निषाद जितेन्द्र भारत, डा. रामाश्रय निषाद, महंथ निषाद, रामचन्द्र निषाद, स्वामीनाथ निषाद,विजय कुमार निषाद, बृजानंद निषाद, कोमल प्रसाद, अजय निषाद, विनय कुमार, ऋतुराज आदि दर्जनों लोग उपस्थित रहें।