जिला कारागार सोनभद्र में बंदियों को हार्टफुलनेस ध्यान कराया गया, मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है हार्टफुलनेस ध्यान —- गोपाल
Heartfulness meditation was given to inmates in District Jail Sonbhadra Heartfulness meditation is necessary for mental health ---- Gopal
ब्यूरो रिपोर्ट सोनभद्र।
सोनभद्र/उत्तर प्रदेश। जिला कारागार सोनभद्र में रविवार को सुबह पुरुष एवं महिला बंदियों को हार्टफुलनेस ध्यान कराया गया। हार्टफुलनेस ध्यान के इस सत्र से बंदियों ने थोड़े समय में ही आंतरिक शांति का अनुभव किया। मानसिक स्वास्थ्य के लिए हार्टफुलनेस ध्यान जरुरी है। हार्टफुलनेस ट्रेनर गोपाल द्वारा बंदियों को बताया गया कि हम जो भी सोचते हैं या जो कुछ करते हैं उसकी एक छाप हमारे हृदय पर पड़ जाती है। यदि उनको तत्काल न हटाया गया तो वह संस्कार के रूप में हमारे भीतर इकट्ठा हो जाते हैं। जिससे हम अपने भीतर भारीपन महसूस करते हैं। यह हमारा आंतरिक बोझ है। यदि इसे समय रहते नहीं हटाया गया तो यह गंभीर मानसिक बीमारियों का कारण बन जाता है। आंतरिक शुद्धिकरण एवं नवीनीकरण की प्रक्रिया से हम वैचारिक प्रदूषण से बच जाते हैं। आंतरिक शुद्धिकरण की प्रक्रिया से हमारा मानसिक स्वास्थ्य दिन प्रतिदिन बेहतर होता जाता है और हम चीजों को उसके वास्तविक रूप में देखने लगते हैं। वॉलिंटियर प्रशांत, अचला, योगा ट्रेनर/ फिजियोथैरेपिस्ट डॉ.वैभव शर्मा मौजूद रहे।