मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भारतीय उच्चायोग से निवेश और विकास पर चर्चा की
Chief Minister of Madhya Pradesh held discussions with the Indian High Commission on investment and development
नई दिल्ली:। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने यूके दौरे के पहले दिन लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने औद्योगिक विकास, तकनीकी सहयोग और वैश्विक निवेश को लेकर प्रदेश की योजनाओं पर विस्तार से विचार-विमर्श किया।मुख्यमंत्री ने अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय यात्रा ब्रिटेन से शुरू करने पर खुशी व्यक्त करते हुए भारतीय उच्चायोग के सहयोग की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए गौरव का क्षण है कि मैं अपनी इस महत्वपूर्ण यात्रा की शुरुआत यूके से कर रहा हूं। इस यात्रा की तैयारी में उच्चायोग टीम के मार्गदर्शन और सहयोग के लिए मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि औद्योगिक विकास प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। उन्होंने बताया कि उज्जैन, रीवा, ग्वालियर, जबलपुर और सागर जैसे शहरों में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव से प्रदेश में निवेश को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। हम अब राष्ट्रीय स्तर से आगे बढ़कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निवेशकों को प्रदेश के विकास से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, जिसकी शुरुआत लंदन से हो रही है।उन्होंने कृषि, ऑटोमोबाइल, ऑटो कंपोनेंट्स, फार्मास्यूटिकल्स और आईटी जैसे क्षेत्रों में मध्य प्रदेश की अपार संभावनाओं को रेखांकित किया। उन्होंने विशेष रूप से ब्रिटेन के साथ प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, कौशल विकास और अनुसंधान के क्षेत्र में साझेदारी की बात कही।मुख्यमंत्री ने फरवरी 2025 में भोपाल में आयोजित होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए भारतीय उच्चायोग से विशेष सहयोग का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि मेरा विशेष आग्रह है कि उच्चायोग की टीम मध्य प्रदेश को ब्रिटिश निवेशकों के लिए आदर्श स्थल के रूप में स्थापित करने में हमारा सहयोग करे।बैठक में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम के दोराईस्वामी, उप उच्चायुक्त सुजीत घोष, मंत्री (आर्थिक) निधि मणि त्रिपाठी और प्रथम सचिव (व्यापार) जसप्रीत सिंह सुक्खीजा उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री मोहन यादव और लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग के बीच हुई यह चर्चा प्रदेश और यूके के बीच औद्योगिक और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देने में एक नए अध्याय की शुरुआत के रूप में देखी जा रही है।