चार दिवसीय महापर्व छठ पूजन के अवसर पर उगते सूर्य को अर्घ देने के लिए घाटों पर उमड़ा जन सैलाब
On the occasion of Chhath Puja, a four-day festival, people throng the ghats to pay homage to the rising sun.
रिपोर्ट:जय प्रकाश श्रीवास्तव
बोगरिया,आजमगढ़। हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि का आरंभ 7 नवंबर की मध्य रात्रि 11:57 पर था ऐसे में 8 नवंबर दिन शुक्रवार को सुबह के समय उगते सूर्य को अर्घ दिया गया।सूर्योदय का समय सुबह 6:38 रहा। सूर्योदय होते ही घाटों पर जन सैलाब उमड़ पड़ा चार दिवसीय छठ पूजन उत्सव के इस महापर्व पर सूर्योदय के समय अर्घ देने का एक अपना अलग महत्व है मान्यताओं के अनुसार सूर्योदय होते समय अर्घ देने से सुख समृद्धि का वरदान मिलता है साथ ही संतान प्राप्ति की मनोकामना और संतान की रक्षा का वरदान भी व्यक्ति को मिलता है।सूर्योदय के समय अर्घ देने से व्यक्ति को सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।छठ महापर्व के आखिरी दिन सूर्योदय के दौरान अर्घ देने के लिए घाटों पर जन सैलाब उमड़ पड़ा। इसी क्रम में मेहनगर तहसील अंतर्गत अलग-अलग स्थानों पर उगते सूर्य को अर्घ देने के लिए घाटों पर लोगों की भीड़ देखी गयी। मानपुर मठिया ग्राम सभा में स्थित प्रसिद्ध मंदिर पौहारी बाबा , रासेपुर में स्थित प्रसिद्ध शिवमंदिर, कंचनपुर, रायपुर पट्टी काली माता मंदिर, बैजनाथपुर, रघुनाथपुर,मौलिया, देवकली, उस्मापट्टी आदि गांवों के पोखरों पर आस्था से सराबोर लोगों की भीड़ को सूर्य उदय के समय अर्घ देने के लिए देखा गया। इसी के साथ आज चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन हो गया।